Madrasa Board: मदरसा बोर्ड को 4 साल बाद मिला चेयरमैन, सीएम अशोक गहलोत ने एमडी चोपदार को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, आधुनिकरण योजना दिया जोर
Rajasthan Madrasa Board: राजस्थान मदरसा बोर्ड के लिए आज का दिन काफी अहम है, क्योंकि आज से मदरसा बोर्ड को अपने चेयरमैन का इंतजार खत्म हो गया है. सीएम अशोक गहलोत ने आज मदरसा बोर्ड की जिम्मेदारी एमडी चोपदार को दी है. इस बीच चौकीदार ने मदरसा बोर्ड अधिकारियों की बैठक लेकर पूरा खाका समझा.
Rajasthan Madrasa Board: चार साल के लंबे इंतजार के बाद आज आखिरकार राजस्थान मदरसा बोर्ड को नया चेयरमैन मिल गया. राज्य सरकार ने एमडी चोपदार को मदरसा बोर्ड अध्यक्ष बनाया है. चौपदार ने शिक्षा संकुल स्थित मदरसा बोर्ड मुख्यालय पहुंचकर चेयरमैन का पदभार संभाला. कुर्सी संभालने के साथ ही चौकीदार ने मदरसा बोर्ड अधिकारियों की बैठक लेकर पूरा खाका समझा.
इस दौरान मीडिया बात करते हुए चोपदार ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें बहुत ही अहम जिम्मेदारी सौंपी है. उनकी लक्ष्य रहेगा कि मुख्यमंत्री की मंशा अनुसार प्रदेश के मदरसों को बेहतर तरीके से मैनेज किया जाएं. खासतौर पर मदरसा आधुनिकरण योजना को मजबूती के साथ ग्राउंड जीरो पर उतारा जाएगा. उसके साथ ही प्रदेश में मदरसा शिक्षा सहयोगियों की लंबित मांगों को पूरा करने का काम किया जाएगा. मदरसा में कंप्यूटर पहुंचे और किताबें ने समय पर पहुंचने पर उनका फोकस रहेगा.
उनकी प्राथमिकता मदरसा पैराटीचर्स को स्थायी करने और मदरसों को मॉडल के रूप में विकसित करना होगा. उन्होंने कहा कि मदरसों में बच्चों को दीन और दुनियावी तालीम बेहतर तरीके से मिले. स्मार्ट क्लासें हों, कंप्यूटर हों ताकि मदरसा में पढ़ने वाले बच्चों के एक हाथ में तालीम और दूसरे में तकनीक हो. मदरसों को अधिक से अधिक बजट दिलाकर उनमें संसाधन मुहैया कराएंगे.