Madhubala Death Anniversary: वेलेंटाइन-डे  यानी प्यार करने वालों का दिन. जब हवाओं में प्यार घुल रहा था तभी एक बच्ची ने संसार में कदम रखा था. उस बच्ची का नाम था 'मुमताज जहां देहलवी'. यहीं बच्ची आगे चलकर अपनी अदाकारी से लाखों लोगों को दीवाना बना दिया. जी हां उसका नाम था मधुबाला.


मधुबाला का जन्म वेलेंटाइन-डे के दिन हुआ था


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मधुबाला का जन्म वेलेंटाइन-डे  के दिन 14 फरवरी 1933 को हुआ था. उनके पिता का नाम अताउल्लाह और माता का नाम आयशा बेगम था.  आज, 23 फरवरी, 2023 को पूरा देश मधुबाला को उनकी 54वीं पुण्यतिथि पर याद कर रहा है. मधुबाला की पुण्यतिथि पर आज हम आपको उनकी निजी जिंदगी के कुछ किस्से से रूबरू करवाते हैं जिनकी मौत पर बॉलीवुड आज भी दुखी है. 



1950 के दशक में भारतीय सिनेमा में तूफान ला दिया 


काम की तलाश में इनका परिवार मुंबई में शिफ्ट कर गया था, और सपनों के शहर ने मुमताज जहां बेगम को मधुबाला बना दिया. तब से मधुबाला ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. मधुबाला ने अपने अभिनय से 1950 के दशक में भारतीय सिनेमा में तूफान ला दिया था और वह अपनी पीढ़ी की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्रियों में से एक थीं.



'बॉलीवुड की मर्लिन मुनरो' जैसे खिताब से नवाजा गया


महज दो दशक के करियर में मधुबाला को हॉलीवुड से कई बड़े ऑफर मिले. उन्हें 'द वीनस ऑफ इंडियन सिनेमा' और 'बॉलीवुड की मर्लिन मुनरो' जैसे खिताबों से नवाजा गया.


मधुबाला की अदाकारी की लोकप्रियता और खूबसूरती के चर्चे देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक थे. कहा जाता है कि हॉलीवुड के मशहूर निर्देशक फ्रैंक कापरा मधुबाला को फिल्म में कास्ट करना चाहते थे हालांकि, मधुबाला इसके लिए राजी नहीं हुईं.


मधुबाला की लव लाइफ काफी चर्चा में थी 


उस दौर में उनकी लव लाइफ की काफी चर्चा में थी, लेकिन ये किसी ट्रैजिक स्टोरी से कम नहीं है. एक समय उनका नाम अभिनेता दिलीप कुमार से जुड़ा था, जब वह 17 साल की थीं, लेकिन मधुबाला के पिता को यह रिश्ता मंजूर नहीं था और इसी वजह से मधुबाला को प्यार नहीं मिला. कहा तो ये भी जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला की सगाई हो गई थी. उस वक्त एक फिल्म को लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ गया और यह रिश्ता हमेशा हमेशा के लिए टूट गया.


मधुबाला का आखिरी वक्त तन्हा भरा रहा


दिलीप कुमार के जब रिश्ते बिगड़े तो मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी कर ली. किशोर कुमार को जब इनकी बीमारी का पता लगा तो वह उन्हें छोड़कर चले गए. मधुबाला का आखिरी वक्त भी तन्हाई में गुजरा. 


23 फरवरी 1969 को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया था. दुनिया को अलविदा कहने से पहले मधुबाला 9 साल तक बिस्तर पर पड़ी रहीं. मधुबाला के दिल में छेद था, जिसका उस दौर में कोई ख़ास इलाज नही था. तब इलाज के लिए लंदन गईं तो डॉक्टरों ने उनकी सर्जरी करने से मना कर दिया. इस सर्जरी में जान का जोखिम बहुत अधिक था.


नतीजतन, उन्हें अपने जीवन के आखिरी नौ साल बिस्तर पर बिताने पड़े. लंबे समय तक तकलीफ झेलने के बाद 23 फरवरी 1969 को मधुबाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया.


उनकी मृत्यु की ज्योतिषीय भविष्यवाणी की गई थी


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस समय कहा जाता है कि एक ज्योतिषी ने उनके माता-पिता को पहले ही बता दिया था कि मधुबाला बहुत कम समय में सफलता की बुलंदी को चुमेगी, लेकिन उनका जीवन दुखों से भरा होगा.


कहा जाता है कि आखिरी दिनों में दिलीप कुमार उनसे मिलने आते रहे. मधुबाला को जीना से बेहद प्यार था और वह जीना चाहती थीं. फिल्मों से उनका बेहद लगाव रहा और काम करना चाहती थीं, लेकिन उनकी ये ख्वाहिश पूरी न हो सकी. दिल की बीमारी ने उन्हें हमेशा के लिए खामोश कर दिया था.