Jaipur News: मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में पार्षद से मारपीट के मामले में विधायक कालीचरण सराफ और कांग्रेस प्रत्याशी रही अर्चना शर्मा ने एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाए हैं. सराफ ने अर्चना शर्मा पर कांग्रेसी गुंडों के साथ पार्षद महेश सैनी उर्फ बच्चू से मारपीट कर कार्यालय पर कब्जा करने का आरोप लगाया है, वहीं प्रत्यारोप में अर्चना शर्मा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि सराफ जिस पार्षद को बचा रहे हैं, वो ही उनके नाम पर पांच लाख की उगाही कर रहा था. सराफ और अर्चना के आरोप-प्रत्यारोपों से शहर की सियासत गरमा गई है.


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दरअसल मामला मालवीय नगर क्षेत्र के वार्ड 129 का है, जहां सरकार का महंगाई राहत शिविर लगा हुआ है. इसके नजदीक ही पार्षद महेश सैनी उर्फ बच्चू का कार्यालय है. आरोप है कि बुधवार को मालवीय नगर से विधायक प्रत्याशी रही अर्चना शर्मा की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महेश सैनी उर्फ बच्चू से मारपीट कर उन्हें कार्यालय से बाहर धकेल दिया. इस बात को लेकर बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री कालचीरण सराफ गुरुवार को कार्यकर्ताओं के साथ कार्रवाई की मांग पर बजाज नगर थाने का घेराव करने पहुंच गए.


थानाधिकारी ने उनसे बात करनी चाही तो उन्होंने डीसीपी स्तर से कम अधिकारी से बात करने से मना कर दिया. इसके बाद डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव थाने पहुंचे और उनसे चर्चा की. चर्चा के दौरान सराफ के साथ डिप्टी मेयर पुनीत कर्नावट, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा भी मौजूद थी.


वार्ता के बाद बाहर आकर कालीचरण सराफ ने कहा कि कल कांग्रेस के गुंडों ने अर्चना शर्मा के नेतृत्व में वार्ड पार्षद 129 कार्यालय में घुसकर पार्षद महेश सैनी उर्फ बच्चू से धक्का मुक्की की बाहर निकालकर कब्जा कर लिया. सराफ ने कहा कि तीन दिन का समय दिया गया है, यदि एफआईआर दर्ज कर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो डीसीपी कार्यालय का घेराव किया जाएगा.

वहीं दूसरी ओर समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष और प्रत्याशी रहीं अर्चना शर्मा ने प्रत्यारोप करते हुए कहा कि जिनकी सियासत खत्म होती नजर आ रही है, जिनका वजूद समाप्त हो गया है. वो छोटे छोटे मुद्दे लेकर प्रयास करते हैं. सच्चाई यह है कि जिस घटना को लेकर कालीचरण धरने पर बैठे थे, उस घटनाक्रम की सच्चाई यह है कि वार्ड 129 में महंगाई राहत कैम्प लगा है, वहां स्थानीय पार्षद आदतन अपराधी है. उसने और गुंडा तत्वों ने हमारे कार्यकर्ताओं के साथ हाथापाई की, सरकारी होर्डिंग हटाने का प्रयास किया, सीएम के होर्डिंग फाडने का प्रयास किया. कैम्प प्रभारी ने समझाइश की, लेकिन वो नहीं मानें. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने भी समझाने का प्रयास किया.

इधर, अर्चना शर्मा ने आरोप लगाया कि जिस पार्षद को बचाने के लिए कालीचरण धरने पर बैठे थे, उस पार्षद ने कुछ दिनों पहले कालीचरण सराफ के पीछे रहने वाले एक व्यक्ति से निर्माण पर बिठाए गार्ड को हटाने के लिए पांच लाख रुपए की मांग की, इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि किसको बचाने का प्रयास कर रहे सराफ ? किनका संरक्षण करना चाहते हैं.


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मालवीय नगर में अपराध को कैसे पनपाना है कैसे उसे संरक्षण देना है, यह मालवीय नगर की जनता जानती है. कालीचरण की रवायत के कारण. कभी कालीचरण सराफ ने मालवीय नगर की जनता के हित में धरना नहीं दिया, विधानसभा जनता के हित में कोई मामला नहीं उठाया. न हीं क्षेत्र के विकास की बात की. हां समर्थित अपराधी तत्व ने किसी घटना को अंजाम दिया तो उसके लिए धरना देने जरूर पहुंच गए.


हमने सरकार से हमने निष्पक्ष जांच की मांग की है पार्षद है साथी गुडों के खिलाफ जांच की मांग की है. बहरहाल यह दोनों के बीच आरोप प्रत्यारोप का मामला है, जो उनकी चुनावी अदावत को दिखाता. अब चुनाव नजदीक आने वाले हैं और इस तरह के मामले और देखने को मिल सकते हैं.