Chomu: राजधानी जयपुर के गोविंदगढ़ थाना इलाके के बलेखण गांव में फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया है. फूड पोइजनिंग में करीब डेढ दर्जन लोग बीमार हो गए, जिनमें दो गर्भवती महिलाएं भी बताई जा रही हैं.


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सभी बीमार लोगों को गोविंदगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर 2 गर्भवती महिलाओं की हालत गंभीर होने पर जयपुर के लिए रेफर किया गया है. वहीं घटना की सूचना मिलने पर ब्लॉक बीसीएमएचओ डॉ एसके चौपड़ा और डॉ जेपी सैनी सहित अन्य चिकित्सक मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. 


वहीं, चौमूं उपखंड क्षेत्र में चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग शुद्ध के युद्ध अभियान चलाया गया. अभियान के नाम पर महज खानापूर्ति की गई हैं. अगर समय रहते मिलावटखोरों के खिलाफ चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अभियान चलाकर ठोस कार्रवाई की जाती तो आज इस तरह का मामला सामने नहीं आता. 


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जानकारी इस बात की भी मिली है कि गोविंदगढ़ इलाके में एक भी दुकान पर सेंपलिंग नहीं की गई, जबकि यहां भी दर्जनों मावा की भट्टियां संचालित हैं. चिकित्सा विभाग पर भी कई सवाल खड़े होते हैं. आखिर गोविंदगढ़ में दूध मावा और मिठाइयों के सेंपलिंग क्यों नहीं की गई. दूसरी तरफ जिन मिठाइयों के सैंपल लिए जाते हैं, उनकी रिपोर्ट भी करीब एक महीने बाद आती है. ऐसे में तब तक वह मिठाई ,मावा, दूध बाजार में खप चुका होता है.