Jaipur: अक्सर देखा जाता है कि देश में कई रेलवे स्टेशन (Indian Railway), गांव-ढाणी का नाम अजब-गजब देखने को मिलता है. कुछ नाम तो ऐसे होते हैं जिनको लेने में वहां के लोग शरमा जाते हैं. इन नामों को सुनते ही लोगों की हंसी छूट जाती है. लोग यहां के रहने वालों से कई बार इन नामों को लेकर ही हंसी ठिठोली करते हैं. 


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राजस्थान अजब-गजब (Rajasthan ajab gazab) सीरीज के तहत zee rajasthan आपको राजस्थान के ऐसे ही गांव-ढाणी, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के नामों से रूबरू करा रहा है.


बात हम राजस्थान के पुष्कर (Pushkar news) जिले से शुरू करते हैं. यहां पुष्कर के गनाहेड़ा में झूठों की ढाणी (Jhuthon ki dhani) है. यहां के रहने वालों को लोग हंसी-मजाक में झूठा कह देते हैं. ये नाम कैसे पड़ा ये किसी को पता नहीं. स्थानीय लोगों का मानना है कि कभी यहां कई लोगों के झूठ का खुलासा होने पर इसे झूठों की ढाणी कहा गया. वहीं करेड़ा क्षेत्र में एक गांव का नाम ही 'रेल' ( Rail village) है. गंगापुर में ‘रंगीली’ (Rangili village) और ‘मेहंदी’ नाम के गांव हैं.  बिजौलिया में एक गांव है जिसका नाम पापड़बड़ा (Papar bara village) है. लोग अक्सर इस गांव के लोगों को इस नाम से चिढ़ाते हैं. यहीं दूसरे का नाम फूलन है. झाड़ोली सर्किल में एक गांव का नाम भोपी की रेट है. ये भोपी की रेट (Bhopi ki rate) गांव का नाम कैसे पड़ा ये तो किसी को पता नहीं पर इन नमों को सुनते ही लोगों के होठों पर हंसी खिल उठती है. अजमेर के मसूदा में एक छछूंदरा ग्राम पंचायत है. इसका नाम लेने और ये बताने कि मैं छछूंदरा से हूं, लोग शरमा जाते हैं. 


इनकी फोटो क्लिक करने से नहीं चूकते लोग
राजस्थान में अजब-गजब नाम वाले रेलवे स्टेशन हैं. इनके नामों के साथ फोटो क्लिक करने से लोग चूकते नहीं हैं. इनके नाम ही ऐसे हैं कि हंसी के फव्वारे छूछ जाते हैं. इनमें जोधपुर में 'साली' (Sali railway station) रेलवे स्टेशन है. ये अजमेर (Ajmer news) से करीब 53 किमी दूर है. ये  उत्तरी-पश्चिम रेलवे से जुड़ा है. उदयपुर के पास एक रेलवे स्टेशन ऐसा है जिसका नाम 'नाना' है. यह  यह सिरोही पिंडवारा में है. ये स्टेशन उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर डिवीजन में है. ये स्टेशन राजस्थान के पोखकर के बेहद करीब है.