Jaipur: राजस्थान में डेंगू (Dengue) के डंक को कंट्रोल करने के लिए फील्ड अधिकारियों और सर्वे दल को खास निर्देश जारी किए गए है. अब डेंगू पॉजिटिव मरीजों के घर पर सर्विलांस के दौरान सर्वे दलों को सेल्फी (Mobile Selfie) खींचकर भेजनी होगी और पॉजिटिव मरीजों के रजिस्टर्ड नंबर पर रैंडम फोन कर फीडबैक लेना होगा. साथ ही अधिकारियों को सर्वे दलों की एक्टिविटी के बारे में फीडबैक लेने के भी निर्देश दिए गए है. 


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चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया (Vaibhav Galaria) ने नॉन फक्शनल फोंगिग मशीनों को अविलम्ब सही कराने, डेंगू रोगियों के अनुपात में टीमों की संख्या में वृद्धि करने, प्रत्येक सर्वे दल न्यूनतम 50 घरों का सर्वे करने, प्रत्येक डेंगू रोगी के आस-पास के 50 घरों का सर्वे करवाने, सर्वे में पाये गए संदिग्ध रोगी की डेगू की जांच हेतु सैंपल लेकर जिला अस्पताल भिजवाने, जिला और उपजिला चिकित्सालयों में 24 घण्टें जांच सुविधा देने, डेंगू प्रभावित क्षेत्र में प्रत्येक 3 दिवस में एन्टी लार्वा गतिविधियां करने के भी निर्देश दिए है. 


डेंगू से 28 मौतें
राजस्थान (Rajasthan news) में इस साल कोरोना के मामले कम हुए तो डेंगू के मामले बढ़ गए हैं. अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही राजस्थान में डेंगू के मामले बढ़ गए, जो अब तक कम नहीं हुए है. राज्य में इस साल अब तक रिकॉर्ड 12 हजार 652 डेंगू के मामले दर्ज किए जा चुके है और 28 मौतें दर्ज की जा चुकी है. 


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जरूरी दिशा-निर्देश
राजधानी जयपुर (Jaipur News) में अब तक सबसे अधिक 2 हजार 391 डेंगू के मामले दर्ज किए गए है. बढ़ती मौसमी बीमारियों (Seasonal Diseases) और डेंगू प्रकोप को देखते हुए राजस्थान में स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है. समेत मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए शासन सचिव अखिल अरोड़ा और चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया लगातार राज्य स्तरीय बैठकें भी ले रहे है, जिसमें सीएमएचओ, पीएमओ और संबंधित अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए. 


        मुख्य बिंदु


  • आईएचआईपी पोर्टल (IHIP Portal) पर मौसमी बीमारियों (डेंगू, चिकनगुनियां, मलेरियां इत्यादि) की रिपोर्टिग सुनिश्चित करें. 

  • घर-घर सर्वे एप पर शेष आशा और एएनएम का पंजीकरण एवं सर्वे कार्य की रिपोर्टिग करने के भी निर्देश दिए.  

  • घर-घर सर्वे का डाटा पोर्टल पर अपलोड करने और कोविड टीकाकरण की समीक्षा व आगे की रणनीति.