Jaipur: नटराजन ने सफलता के लिए जन प्रतिनिधियों को दिया मूल मंत्र, बोली- नव निर्माण का जरिया है कार्यशाला
पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने बताया कि देश में वर्ष 2020 से संवाद का यह अभियान शुरू किया गया. देशभर में पंचायतों स्थानीय निकाय के चुने हुए कांग्रेस व संवैधानिक विचार से सम्बंधित जन प्रतिनिधियों की कार्यशाला सर्वोदय संकल्प के नाम से आयोजित की जा रही है. इन कार्यशलाओं काे देश के नव निर्माण का माध्यम भी माना है.
Jaipur News: कांग्रेस के राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में हुई. कार्यशाला में संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने नए चुने हुए पंचायतीराज और निकाय प्रतिनिधियों से संवाद किया. नटराजन ने सफलता के लिए जन प्रतिनिधियों को ''पांच एस का मूल मंत्र'' दिया. नटराजन ने राज्य के गहलोत सरकार के कामकाज की सराहना भी की तथा आने वाले चुनावों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों को सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का प्रमुख जरिया बताया.
राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन के युवा नेतृत्व की खोज
राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन के युवा नेतृत्व की खोज के अभियान के तहत टैलेंट हंट कार्यक्रम चलाया गया. राजस्थान के सभी संभागों में पिछले दिनों टैलेंट हंट के कार्यक्रम किए गए. इन में चयनित युवाओं की रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक दिवसीय संवाद कार्यशाला और जय भारत सत्याग्रह कार्यक्रम आयोजित किया गया. संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने इन नए जनप्रतिनिधियों से संवाद किया. नटराजन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रचलन के हिसाब से टैलेंट हंट कह दिया, लेकिन असल में यह संवाद कार्यक्रम है.
नए जन प्रतिनिधि चुनकर आते हैं तो उसने संवाद किया जा रहा है. इस कार्यशाला का मकसद है कि जनप्रतिनिधि पांच एस पर काम करें. इनसे उम्मीद है कि वो संवाद करें, सम्पर्क करें, समन्वय बनाएं, समावेश करें और सकारात्मक गतिविधियों के साथ लोगों को जोड़ें. ये सब पंचायतीराज से जुड़े कर्मठ कार्यकर्ता हैं उनका अपना एक महत्वव है.
कार्यशलाओं काे देश के नव निर्माण का माध्यम- मीनाक्षी नटराजन
पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने बताया कि देश में वर्ष 2020 से संवाद का यह अभियान शुरू किया गया. देशभर में पंचायतों स्थानीय निकाय के चुने हुए कांग्रेस व संवैधानिक विचार से सम्बंधित जन प्रतिनिधियों की कार्यशाला सर्वोदय संकल्प के नाम से आयोजित की जा रही है. इन कार्यशलाओं काे देश के नव निर्माण का माध्यम भी माना है. किस तरह से ग्राम विकास और पंचायतीराज से सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया हुई, उस दिशा में आगे बढ़े हैं जनप्रतिनिधि लोगों को अपने अधिकारों के प्रति संगठित करने के लिए जागरुकता पैदा करेंगे.
शिविर में आए नए प्रतिनिधि लौटकर अपने जिले में दो दिन की कार्यशला आयोजित कर सकें. जिस विचार का निर्माण भारत माता यात्रा में हुआ उसे आगे बढ़ा सके.
नटराज ने प्रदेश में आगामी चुनाव में संगठन की भूमिका काे लेकर कहा कि जिलों में कार्यशाला में बताएं कि यूपीए सरकार ने अधिकार जनित ढांचा दिया था।राज्य की गहलोत सरकार ने भी उसे आगे बढाया है. कांग्रेस सरकार ने स्वास्थ्य का अधिकार, जनप्रतिनिधियों को ज्यादा अधिकार देने की पहल की तथा दलितों आदिवासियों को न्याय देने के लिए काम किया है. उसको लोगों तक पहुंचाने का स्थानीय जनप्रतिनिधि काम करेंगे. इसका पंचायत के प्रतिनिधि सबसे अच्छा माध्यम है. उनकी रीच हर घर तक होती है.
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पंचायत, निकाय के जनप्रतिनिधि दो प्रकार से काम करते हैं. लोगों की समस्याएं सरकार तक पहुंचाते हैं, वहीं पार्टी और सरकार की नीतियां लोगों तक पहुंचाते हैं. इधर कांग्रेस में नेतृत्व शिविर परम्परा भी शुरू की है, माउंट आबू में कल से तीसरा शिविर है, न तो चुप्पी और न ही हिंसा के ध्येय के साथ नए नेतृत्व उभरे, इसको लेकर ही आगे बढ़ रहे हैं.
संगठन के लिए महत्वपूर्ण है राजस्थान - मीनाक्ष नटराजन
मीनाक्ष नटराजन ने कहा कि नए लोगों को बढ़ावा देने के लिए चलाया गया अभियान हमारे लिए सौभाग्य है. दर असल में भारत जोड़ो यात्रा के राहुल गांधी के मन में इस तरह जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क साधने का विचार आया था. साथ ही राजस्थान की धरती पर सबसे पहले आजादी के बाद सत्ता हस्तांतरित हुई थी. पंचायतों का उद्घाटन करने पंडित नेहरू आए थे. पार्टी ने लोगों को सत्ता का भागीदार बनाया है.
राहुल गांधी ने भी भारत जोड़ो यात्रा में अलग अलग सम्पर्क नए नेतृत्व की बात कही थी. हर साल 32 लाख जन प्रतिनिधि भार उठा सकें. इसके लिए संगठन बना है और खुशी और विश्वास है कि राहुल गांधी के साथ यह आगे बढ रहे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे, प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा और सीएम गहलोत तथा प्रभारी रंधावा के नेतृत्व में प्रयास करते रहें.