Beauty Tips:आपने बॉलीवुड एक्टर शहीद कपूर की वाइफ मीरा राजपूत के बारे में तो सुना ही होगा. शाहिद की तरह ही मीरा भी कुछ काम नहीं हैं. मीरा सोशल मिडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं जिसके चलते वो अक्सर अपनी हेल्थी और ग्लोइंग के सीक्रेट फैंस के साथ साझा करती हैं.  शाहिद कपूर की पत्नी मीरा राजपूत के पास ब्यूटी सीक्रेट्स का खजाना है उनका इंस्टाग्राम पेज  विभिन्न लाइफस्‍टाइल और स्किन केयर प्रॉब्‍लम्‍स के लिए कुछ नेचुरल या हर्बल सल्‍यूशन से भरा हुआ हैं. अभी कुछ  दिनों पहले मीरा ने अपनी इंस्‍टाग्राम स्‍टोरी के माध्‍यम से तिल के तेल को नाभि और तलवों में लगाने के फायदे के बारे में जानकारी साझा की थी. ऐसे में आज हम आपको बताते है की इस विंटर में मीरा ने टिल के तेल के फायदों के बारे में क्या जानकारी दी है जो उनकी (sesame oil in belly button mira secret)ग्लोइंग और हेल्थी स्कीन का सेक्रेट हैं. 


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क्या कहा मीरा ने 
मीरा ने तिल के तेल  के फायदे बताते हुए अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी कैप्‍शन में लिखा हैं कि  'पैरों के तलवों और बेली बटन पर तिल के तेल की कुछ बूंदें लगाने से त्‍वचा की ड्राईनेस को दूर होती है साथ ही,यह अंदर से बाहर तक ड्राईनेस का मुकाबला करने में मदद करता है. इसके बाद उन्होंने एक क्वेश्चन अंसार सेशन में डिटेल में अपनी स्कीन केयर रूटीन के बारे में बताते हुए कहा कि  तिल का तेल वात-शांत करने वाला है. यह आंतरिक और बाहरी ड्राईनेस को दूर करता हैं.  इयह नींद आने में हो रही परेशानी से निपटने में मदद करता है। मीरा ने बताया कि वह अपने बेली बटन और पैरों के तलवों पर तिल के तेल की बूंदें लगाती हैं क्योंकि दोनों को तंत्रिका की एकाग्रता के लिए जाने जाते है।' 


तिल का तेल ही क्यों (sesame oil)
आपको बता दें  की तिल का तेल नॉन-कॉमेडोजेनिक तेलों में से एक है, इसलिए इसे आसानी से आपकी स्किनकेयर रुटीन में शामिल किया जा सकता। अगर आपकी स्किन  एक्‍ने प्रॉन हो तब भी आप इस इस्तेमाल कर सकते हैं.  तिल के तेल में तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो एक्ने से लड़ने में मदद करते हैं.  


नाभि में तेल डालने के फायदे
नाभि हमारे शरीर का केंद्र बिंदु मानी जाती है.  नाभि कई नसों से जुडी  होती है और इसलिए इसमें ब्लड सर्कुलेशन बहुत अच्छा होता है, इसलिए नाभि से शरीर में प्रवेश करने वाली कोई भी चीज ब्‍लडस्‍ट्रीम में जल्दी पहुंचती है और फायदा भी ज्यादा पहुंचाती है. 


आयुर्वेद में एक परम्परा के तौर पर नाभि को केंद्र मानकर कई बिमारियों का उपचार किया जाता रहा हैं. नाभि में  हीलिंग थेरेपी के रूप में उपयोग किए जाने वाले तेलों में सरसों , जैतून , तिल और नारियल का तेल शामिल है. 


नाभि में तिल के तेल के फायदे
आपको बता दें की तिल का तेल एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है और लंबे समय से एक शक्तिशाली हीलिंग एजेंट के रूप प्रयोग में लिया जाता रहा रहा हैं.  इसमें एंटीबैक्‍टीरियल, एंटीवायरल और साथ ही संभावित एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं. 


नर्वस सिस्‍टम को करता है दुरुस्त 
आयुर्वेद के अनुसार तिल का तेल शरीर में होने वाले वैट दोष को नियंत्रित करता है.शरीर में वाट दोष के कारण  चिड़चिड़ाहट, बेचैनी और नीड ना आने जैसी समस्याएं होती हैं. तिल का तेल इस दोष को संतुलित करके नर्वस सिस्‍टम को आराम देने में मदद करता है.


डाइजेशन में मददगार
तिल का तेल डाइजेशन की प्रक्रिया को बेहतर बनता है. साथ ही यह मौसमी बिमारियों, बैक्टीरिया के इंफेक्‍शन और पेट के संक्रमण के इलाज में भी सहायक है.


ग्‍लोइंग त्वचा
तिल का तेल चेहरे की सेल्स में ब्लड सर्कुलशन को सुधारने का काम करता हैं.  तिल के तेल की मसाज से स्किन चमकदार बनती है. यह  त्वचा को नेचुरल ग्‍लो देता हैं , साथ ही तिल के तेल के एंटी-बैक्‍टीरियल गुण मुंहासों और फुंसियों से लड़ने में फायदेमंद होते हैं। तिल का तेल एक प्रभावी एंटी एंजिंग के तौर भी काम करता हैं. 


नाभि में तिल के तेल का यूज (sesame oil for navel) 
अगर आप  नाभि में तिल का तेल लगाते हैं तो यह लगाने से बहुत अधिक लाभ मिलते हैं.नाभि में तिल का तेल लगाने के लिए कॉटन  में तिल के तेल की कुछ बूंदें लें और नहाने के बाद इसे  धीरे से नाभि एरिया पर लगाएं. आप चाहें तो  सोने से पहले ड्रॉपर की मदद से 2 बूंद तिल का तेल नाभि में  धीरे-धीरे डालें. नाभि में तिल के तेल की मसाज धीरे धीरे करें क्योंकि यह भाग बहुत संवेदनशील होता है.


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