Mahesh Joshi : सार्वजनिक छवि धूमिल होने के चलते जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी आहत है इसी कड़ी में उन्होंने पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को पत्र लिखा है. महेश जोशी ने छवि को धूमिल करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में महेश जोशी ने कहा कि कुछ लोग मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं. साथ ही अनर्गल आरोप लगाकर छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं.


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उन्होंने पत्र में कहा कि एक अनजान शख्स ने पीसीसी में अनर्गल आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गया. शख्स के मुताबिक मेरे नाम से उससे मेरे किसी रिश्तेदार ने धोखाधड़ी की है. मैंने उससे कहा कि धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं, जिसके बाद वह शख्स एफआईआर दर्ज कराने की बजाय पीसीसी के बाहर धरने पर बैठ गया. इसके पीछे मेरी सार्वजनिक छवि धूमिल करने का कोई षड्यंत्र हो सकता है. मंत्री महेश जोशी ने कहा कि यदि उस शख्स के साथ कोई धोखाधड़ी हुई है, तो वह धरने पर बैठने की वजह न्याय का दरवाजा खटखटाया. उन्होंने पुलिस कमिश्नर को पत्र कहा कि अगर धरने पर बैठे शख्स की साथ कोई धोखाधड़ी हुई है उसे न्याय मिले.


वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अजमेर दौरे से पहले मंत्री महेश जोशी ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं प्रधानमंत्री मेमोरी को रिकॉल करेंगे और साल 2018 में किया गया अपना वादा पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि सकारात्मक विचार का उन्होंने जो वादा किया था उसे वे रिकॉल करते हुए पूरा करें. साथ ही मंत्री जोशी ने कहा कि राजस्थान में पेयजल सबसे बड़ी समस्या है. ERCP 13 जिलों की स्थिति प्रधानमंत्री को पता है खुद उन्होंने कहा था किससे 13 जिले लाभान्वित होंगे 40 फ़ीसदी आबादी को पीने का पानी मिलेगा और 200000 हेक्टेयर जमीन सिंचित हो सकेगी.


मंत्री जोशी ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री भ्रम फैला रहे हैं लिहाजा ऐसे में जोशी ने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा कि मंत्री शेखावत के फल आए भ्रम जाल को वह तोड़े जिस जगह उन्होंने ERCP को लेकर वादा किया था उसी जगह इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करें.