Parsadilal Meena : सरकार के निर्देश के बाद प्रभारी मंत्रियों ने अपने-अपने जिलों में बजट घोषणाओं को लेकर प्रेस वार्ता की. जयपुर जिला कलक्ट्रेट में जयपुर प्रभारी मंत्री शांति धारीवाल की जगह केबिनेट मंत्री परसादी लाल मीणा ने राज्य सरकार की बजट घोषणाओं को लेकर मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान मंत्री मीणा ने जहां राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाया.


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वहीं केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान मंत्री मीणा ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी निशाना साधा. मंत्री ने कहा कि गजेंद्र सिंह तो स्वयं मुलजिम है. वह सीएम गहलोत पर क्या मानहानी का केस करेंगे. कोर्ट में मुलजिम जाकर मानहानी का केस करेगा क्या? अगर गजेंद्र सिंह को कुछ करना है तो वह उन लोगों को राहत दें, जिनका नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री गहलोत ने सही कहा है कि गजेंद्र सिंह व उनके परिवार ने घोटाला किया है. चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि संजीवनी घोटाले में कई पीड़ित भीख मांगने को मजबूर हैं. मंत्री गजेंद्र सिंह और उनके कई परिजन इसमें आरोपी रहे हैं. ऐसे में वे पीड़ितों को उनका पैसा लौटाने की जगह कोर्ट में मानहानि का दावा कर रहे हैं. यह बड़े शर्म की बात है. 


वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने पर बडे सवाल खडे कर दिए.सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसे घपलेबाज को कैसे केंद्रीय मंत्रिमंडल में रख सकते है.क्या पीएम गृहमंत्री की नॉलेज में संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव घोटाले केस नहीं है.इस आदमी को शर्म नहीं आ रही है.मुझे केस में राजनीति नहीं करनी है.हम तो ये चाहते है गरीबों का पैसा दिलवाओं. मेरे खिलाफ यदि मानहानि का केस करवा रहे है तो मैं स्वागत करता हूं.इसी बहाने ये केस आगे बढेगा.भला होगा उन गीरबों का, जो चर्चा में नहीं थे.करीब 2 लाख लोगों का पैसा डूब गया.वो पैसा कहा गया,किसी के 1 करोड,50 लाख 25 लाख डूब गए. गजेंद्र सिंह शेखावत पर कहा कि उनके कई लोग जेल में है. वो खुद, उनकी पत्नी, साला, पिताजी, उनकी स्व.मामजी का नाम इस केस में है.ये आजतक जबान नहीं खोल रहे.इनको शर्म आनी चाहिए. इनको आगे बढकर खुद आना चाहिए.