Jaipur News: बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के मिजोरम की राजधानी आइजॉल पर 1966 में हुई बमबारी में राजेश पायलट के शामिल होने का दावा करने के बाद राजस्थान में विवाद तेज हो गया है. बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय के द्वारा 13 अगस्त को किए गए एक ट्वीट को झूठा करार दिया है. भारतीय सेना व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ बिना तथ्यों के मनगढ़ंत ट्वीट कर अफवाह फैलाने के विरोध में तथा अमित मालवीय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए पशुधन विकास बोर्ड के सदस्य कुंदन यादव ने शिकायत दी. अब ये मामला पुलिस में पहुंचा.


अमित मालवीय के खिलाफ मुकदमा


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दरअसल अमित मालवीय ने एक ट्वीट में लिखा, 'राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिजोरम की राजधानी आइज़वाल पर बम गिराये. बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने. स्पष्ट है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया.'


कोटा शहर पुलिस अधीक्षक ने जांच केदिए आदेश


कोटा शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी से मांग की है कि अमित मालवीय पर मुकदमा दर्ज कराने हेतु रिपोर्ट सौंपी है. इस मामले में एसपी ने जांच कर मुकदमा दर्ज करवाने के आदेश दिए.


अमित मालवीय का ट्वीट आधारहीन- कुंदन यादव


पशुधन विकास बोर्ड के सदस्य कुंदन यादव ने कहा कि अमित मालवीय का ट्वीट आधारहीन है, साथ ही कहा कि मालवीय का ट्वीट न केवल गलत बल्कि तत्कालीन संवैधानिक पदों पर बैठे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व वायु सेवा अधिकारी व केंद्रीय मंत्री स्व. राजेश पायलट का अपमान किया है. बल्कि भारतीय वायु सेवा पर भी द्वेषतापूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाकर देशद्रोह का कार्य किया है.


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कुंदन यादव ने इस मामले को लेकर देशद्रोह व मानहानि में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग. यादव के साथ शहर जिला युवक कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष नीरज राठौर, छात्र नेता शुभम सिंह गौर, मुरलीधर चौधरी, विकास सुमन, लोकेश मीणा,महेंद्र गुर्जर समेत अन्य लोग भी रहे मौजूद.