एशिया की सबसे बड़ी रेलवे कनेक्टिविटी के पहले स्थान पर भारत आता है. भारत के हर राज्य में वहां के लोगों के अनुसार सुविधाएं उपलब्ध हैं. लेकिन यहां आज भी कई ऐसी जगह है जो लोगों को आश्चर्य में डाल सकती हैं. उन्हीं में से एक है बाईराबी रेलवे स्टेशन जहां  ट्रैन कही जाने की बजाय सिर्फ ठहराव करती हैं.
ये जगह  भारत के उत्तर पूर्वी  राज्य मिजोरम में है. यहां की साक्षरता दर सभी राज्यों से ज्यादा है. लेकिन यहां बना एक रेलवे स्टेशन सबके आकषर्ण का केंद्र  है.


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इस रेलवे स्टेशन की खासियत यह है कि यह मिजोरम राज्य में सिर्फ एक ही रेलवे स्‍टेशन  जिसे 2016 में बनाया गया था. देश के विशालतम रेल नेटवर्क के लिए यह काफी चौंकाने वाली है चीज़ है कि आखिर पूरे राज्‍य का काम सिर्फ एक स्‍टेशन से कैसे चल जाता है.


मिजोरम में स्थित बइराबी रेलवे स्टेशन राज्य का एकमात्र स्टेशन है और इसके आगे भी कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं है. 11 लाख की आबादी वाले राज्य में मात्र एक रेलवे स्टेशन हो तो जाहिर सी बात है कि लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. दूसरा रेलवे स्टेशन नहीं होने के कारण राज्य के सभी लोग यात्रा करने के लिए इस रेलवे स्टेशन पर पहुंचते हैं.


4 ट्रैक पर बना है यह रेलवे स्टेशन
3 प्लेटफॉर्म वाले बइराबी रेलवे स्टेशन को देखकर यही लगता है कि राज्य सरकार ने केवल खाना पूर्ति की थी. सुविधाओं की बात की जाए तो सिर्फ यहा अभाव ही दिखता है. इस रेलवे स्टेशन का कोड BHRB है. स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही के लिए 4 ट्रैक बने हुए हैं. इस स्टेशन का रिडेवलपमेंट 2016 में शुरू किया गया था, क्योंकि इससे पहले यह और भी छोटा हुआ करता था.


बइराबी रेलवे स्टेशन 84 किलोमीटर की दूरी के साथ कथाकल जंक्शन रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है, जिसमें 2 किलोमीटर का हिस्सा मिजोरम में आता है. रेलवे की ओर से यहां अन्य रेलवे स्टेशन बनाने का भी प्रस्ताव है.