नई दिल्ली/जयपुर: सांसद देवजी पटेल ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर जालौर सिरोही में लंबित सड़क परियोजनाओं को पूरा करने की मांग की.पटेल ने जालोर-सिरोही में करीब 400 करोड़ लागत के कई रोड प्रोजेक्ट्स जल्द पूरा करवाने की मांग की, जिनमें सांचौर शहर में NH-68 पर फ्लाईओवर का निर्माण, भारतमाला परियोजना के अंतर्गत किसानों की सुविधा के लिए सर्विस रोड, गांधव ब्रीज-गुजरात बोर्डर तक एनएच-68 निर्माण करने के लिए दोबारा टेंडर जारी करवाने, झेरडा से सिरोही तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने, सिरोही-जालोर को आपस में राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने, नेशनल हाइवे पर पिण्डवाडा में स्वीकृत फ्लाई ऑवर ब्रिज का निर्माण करने, सिरोही जिले के भाखर क्षेत्र में जायदरा, निचला टांकिया से देलदर संपर्क सड़क का निर्माण करवाने की मांग की.


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सासंद पटेल ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में कई रोड प्रोजेक्ट्स को लेकर परिवहन मंत्री गडकरी से मुलाकात की. गडकरी ने अलग-अलग परियोजनाओं के करीब 400 करोड़ की लागत के प्रोजेक्ट्स को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है, जिनमें NH68 मरम्मत के लिए दोबारा टेंडर जारी करवाना, सांचौर शहर में हाइवे पर फ्लाईओवर, भारतमाता रोड पर शहर के पास क्रॉसिंग, सर्विस रोड बनाने की अहम है. इनके अलावा गडकरी ने सिरोही में तीन अलग अलग रोड की भी मंजूरी दे दी है और जल्दी ही काम शुरू किया जाएग. अगले साल में इन सभी प्रोजेक्ट्स के पूरे होने से संसदीय क्षेत्र के लिए आवागमन पूरी तरह सुविधाजनक हो जाएगा.


झेरडा से सिरोही तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग
सांसद पटेल ने बताया कि गुजरात स्थित डीसा से धानेरा राष्ट्रीय राज्यमार्ग (168ए) घोषित किया गया है.इस पर झेरडा से सिरोही राज्यमार्ग वाया मंडार, रेवदर होते हुए यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग ( 62) से मिल जाता है. झेरडा से सिरोही मार्ग पर दिन प्रतिदिन गाडियों की संख्या बढती जा रही हैं. दोनों तरफ से यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग से मिलता है परन्तु यह मार्ग स्टेट हाइवे है. इस मार्ग पर मंडार और रेवदर दो घनी आबादी वाले शहर है. इन शहरों के पास दुर्घटनाओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है. इसलिए झेरडा से सिरोही तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर निमार्ण करवाया जाए.


सिरोही-जालोर का राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की मांग
सांसद देवजी पटेल ने सड़क परिवहन मंत्री को बताया कि सिरोही और जालोर दोनो एक लोकसभा क्षेत्र के जिला मुख्यालय है. दोनों मुख्यालय के बीच करीब 75 किमी का सफर तीन से चार घंटों में पूरा होता है. भारी बारिश के दौरान जालोर में अकोली और सिरोही में जवाल नदी पर यातायात ठप हो जाता है. लोकसभा एक होने से दोनों जिले को परस्पर राष्ट्रीय स्तर के मार्ग से जोड़ने की आवश्यकता है. स्वरूपगंज से कृष्णगंज कालन्द्री बलुट मंडाली से जालोर जिला केन्द्र को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर निर्माण करवाया जाएं.


सांसद पटेल ने बताया कि उदयपुर-आबूरोड 27 फोर लाईन एवं ब्यावर-पिण्डवाडा -62 यह दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग पिण्डवाडा में मिलते हैं. इस स्थान पर नेशनल इाइवे द्वारा ब्लॉक स्पॉर्ट के रूप में चिंहित किया गया था. सांसद पटेल की अनुरोध पर मंत्री ने बताया कि उदयपुर-आबूरोड 27 फोर लाईन एवं ब्यावर-पिण्डवाडा -62 यह दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग पिण्डवाडा में जहां मिलते है वहां पर फ्लाइऑवर ब्रिज मंत्रालय द्वारा स्वीकृत किया गया हैं. जिसका शीघ्र निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा.


भाखर क्षेत्र में जायदरा से देलदर तक संपर्क सड़क का निर्माण की मांग
सांसद पटेल ने बताया कि सिरोही जिला मुख्यालय सहित स्वरूपगंज एवं पिण्डवाडा शहर तथा 35 गांवों में पेयजल के लिए बत्तीसा नाला परियोजना निर्माण कार्य चल रहा है. इन परियोजना के निर्माण होने से भाखर क्षेत्र के लगभग 24 गांवों के लोगों को नवसृजित तहसील मुख्यालय देलदर आने-जाने हेतु लम्बा सफर तय करना पड़ता है, जिससे समय के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी होता हैं. इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए जायदरा, निचला टांकिया सड़क से देलदर वाया लाकूम्बर महादेव, भाकर वावसी 12 किमी सड़क केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत निर्माण की मांग रखी.


राष्ट्रीय राजमार्ग-68 रिटेंडर की मंजूरी


राष्ट्रीय राजमार्ग-68 की जालोर जिले में कुल लम्बाई 37.900 किमी है, जो बाड़मेर जिले के गांधव ब्रिज से गुजरात बोर्डर तक है. इस हाईवे सड़क पर जगह-जगह बहुत गहरे खड्डे पड़े है, जिसकी वजह से कई लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है. विभाग से प्राप्त आकड़ों अनुसार हाईवे के जालोर जिले में पिछले एक साल में लगभग 35 दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 23 लोगों की मृत्यु हुई तथा 25 लोग घायल हुए. हाईवे निर्माण के निर्माण के लिए मंत्रालय द्वारा वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई. विभाग द्वारा टेण्डर जारी किया था लेकिन संवेदक द्वारा अभी तक कार्य शुरू नहीं किया गया. जिसके रिटेण्डर में आवश्यक नियमों में संशोधन कर निर्धारित समय में गुणवत्तापूर्ण हाईवे सड़क का निर्माण करवाया जाएगा.


सांचौर शहर में फ्लाईओवर निर्माण की मांग
सांचौर शहर से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग-68 पर दुर्घटनाओं के रोकथाम के लिए फ्लाईओवर का निर्माण करवाया जाये- सांचौर शहर से होकर राष्ट्रीय राजमार्ग 68 गुजर रहा है. शहर में इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो मुख्य सडक रानीवाडा-सांचौर मार्ग एवं अन्य मुख्य सडक क्रॉस कर रही है. जहां पर ये दोनो सडकें राष्ट्रीय राजमार्ग को क्रॉस करती है, वहां पर भारी वाहनों एवं स्थानीय वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है. जिसके कारण अक्सर दुर्घटनाएं घटित होती रहती है, पिछले एक वर्ष में लगभग 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. ये दोनो सडकें राष्ट्रीय राजमार्ग से सांचौर मे प्रवेश करने के लिए मुख्य सडकें है. सांचौर शहर की आबादी राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ बसी हुई है. यातायात के अत्यधिक दबाव के होने के कारण दोनो चौराहों पर दुर्घटनाएं घटित हुई है. जिसमे लोगों की अकल मृत्यु हुई एवं लोगों का परिवार उजड़ गया है. दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए इन दोनों चौराहो को मिलाकर फ्लाईओवर का निमार्ण कर दिया जाए जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने पर भारी वाहन एवं इन दोनो सडकों पर चलने वाले स्थानीय वाहनों को आवगमन सुगम हो जाएगा.


भारतमाला परियोजना सर्विस रोड की मांग


सांसद पटेल ने मंत्री से मुलाकात के दौरान बताया कि भारतमाला परियोजना राजस्थान में पचपदरा-बालोतरा से सांचौर होते हुए आगे गुजरात में थराद के रास्ते से होकर जामनगर तक जाती है. इस परियोजना के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहित की गयी है, भारतमाला रोड़ के दोनों साइड रास्ते पर बॉउड्री वॉल बनायी जा रही है, इस वजह से खेत मे जाने के लिए कोई रास्ता नही बचता है. एनएचएआई का मानना है कि भारतमाला मे जो क्रॉसिंग दी है, इसी क्रॉसिंग का उपयोग करके किसान खेत में जायेंगे. यह क्रॉसिंग एनएचएआई् द्वारा हर 500 से 800 मीटर की दूरी पर दी गयी है. इसलिए एनएचएआई द्वारा दिए गए क्रॉसिंग का उपयोग करके किसान एक तरफ से दूसरी तरफ पहुॅंच सकेंगे, लेकिन जिस किसान का खेत भारतमाला में दो भागों में विभाजीत हुआ है वो किसान अपने इस तरफ के खेत से दूसरी तरफ वाले खेत में जाने के लिए भारतमाला रोड के पास पड़ौसी किसान के खेत में से जाना पड़ेगा तब पड़ौसी किसान उसे रास्ता नहीं देगा. इस तरह से बाकी बचे हुए शेष खेत में किसान नहीं जा सकेगे. भूतकाल में ऐसी वारदातें हुई है कि पड़ौसी किसान उस खेत को हथीयाने के लिए रास्ता बंद कर देते है या भारी किमत पर रास्ता देते है. उन्होंने किसानों के हित में भारतमाला परियोजना में निर्मित सड़क के बगल मे शेष भूमि पर दोनो तरफ किसानों को ट्रेक्टर से खेत में आने-जाने का मार्ग का प्रावधान करवाने की मांग की.



 रानीवाड़ा-सांचौर मार्ग पर रोड इंजिनियरिंग में सुधार कर इन्टरचैन्ज की मांग
सांसद पटेल ने मंत्री से मुलाकात के दौरान बताया कि जालोर की सांचौर तहसील के अन्तर्गत बहुप्रतिष्ठित भारतमाला परियोजना अमृतसर-जामनगर इकॉनोमिक कॉरिडोर का निर्माण कार्य प्रगतिरत है. यह परियोजना हाईवे कि.मी. 193.248 पर रानीवाड़ा-सांचौर रोड को क्रॉस कर रही है. जहां पर इन्टरचैन्ज का निर्माण कार्य किया जा रहा है. इस इन्टरचैन्ज के निर्माण के पश्चात रानीवाड़ा-सांचौर मार्ग पर यातायात का दबाव बढ जाएगा. रानीवाड़ा-सांचौर मार्ग वर्तमान में दो लेन का स्टेट हाईवे है जिसमें कई प्रकार की तकनीकी एवं रोड़ इंजिनियरिंग की कमी है. रानीवाड़ा-सांचौर मार्ग पर यातायात दबाव बढ़ने एवं इस मार्ग में रोड़ इंजिनियरिंग की कमी के कारण दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहेगा. दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं भविष्य में इस मार्ग पर ब्लैक स्पॉट बनने से रोकने हेतु रानीवाड़ा-सांचौर मार्ग पर रोड़ इंजिनियरिंग में सुधार कर इन्टरचैन्ज से सांचौर की तरफ एक किमी. लम्बाई में एवं रानीवाड़ा की तरफ कैनाल तक दो-लेन से चार-लेन में उन्नयन करने की मांग रखी.