भारत से लाई इस चीज़ से मिस्त्र में बनायी जाती थी ममी
Mummy : आप में किस-किस ने द ममी(The Mummy) मूवी देखी है. 1999 की इस हॉलीवुड मूवी(hollywood movie) ने खूब कमाई की थी. भारत में इसके हिंदी वर्जन को खूब प्यार मिला था. मूवी में मिस्त्र(Egypt) के पिरामिड (pyramid), चलती फिरती ममी और खजाने का जिक्र था. बाद में मूवी की कई सीरीज़ भी बनीं जिनमें ममी बनाने की प्रक्रिया को दिखाया गया था. पर क्या आप जानते हैं असल में ममी बनाने के लिए भारत से एक चीज मिस्त्र लायी जाती थी और उसी चीज़ के इस्तेमाल से ममी बनाने का काम पूरा होता था.
Mummy : मिस्त्र के पिरामिड और ममी एक ऐसा विषय है. जिसपर शोध लगातार जारी हैं. कई रोचक कहानियां और जानकारी यहां से सामने आती रहती हैं. ऐसी ही एक जानकारी पुरातात्विक खोज में अब निकलकर सामने आयी है.
समाचार एजेंसी एएफपी की एक रिपोर्ट बताती है कि पिरामिड से मिले बर्तनों के शोध में एशियाई पेड़ों से मिलने वाले रेजिन, लेबनान के देवदार का तेल और मृत सागर के कोलतार का इस्तेमाल होता था. जो यहां से मिस्त्र में भेजा जाता था.
मिस्र में मरने के बाद शव का ममीकरण होता था. शव पर एक लेप लगाकर इसे पिरामिड में रख दिया जाता था. उस समय के लोगों का मानना था कि ऐसा करने से उनके पूर्वज सुरक्षित रुप में अगले जन्म में पहुंच जाते हैं.
दरअसल शोध करने वाले वैज्ञानिकों ने इस ममीकरण की प्रक्रिया को लैब में किया, जिसमें करीब 70 दिन लगे. शव को नैट्रॉन नमक में सुखाया गया. शव से अंतड़ियां, फेफड़े, आंत और लीवर के साथ ही दिमाग को निकाल लिया गया.
इसके बाद पूरी परंपरा को निभाते हुए वहां के पुजारियों की मौजूदगी में शव को साफ कर कई तरह के लेप लगाये गये. ये सब बिल्कुल मिस्त्र में होने वाली प्राचीन ममीकरण की प्रक्रिया का ही हिस्सा माना जाता है. हालांकि की इसकी वैज्ञानिक पुष्टि नहीं करते.
शोध में बताया गया है कि कई चीनी मिट्टी के बर्तन, असाधारण संग्रह में साल 2016 में राजधानी काहिरा के दक्षिण में सक्कारा नेक्रोपोलिस में 42 फीट गहरे कुएं के तल पर मिले थे.
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