नरेश मीणा थप्पड़ कांड पर सियासत जारी, रविन्द्र सिंह भाटी बोले- निर्दलीय प्रत्याशी के नाते किया था समर्थन
Jaipur News: राजस्थान के देवली उनियारा में एसडीएम थप्पड़ और समरावता कांड को लेकर सियासत जारी है. बीजेपी कांग्रेस नेताओं के बयानों के बीच निर्दलीय विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सिंह भाटी ने भी बयान दिया है. भाटी का कहना है कि राजनीति में हिंसा बर्दाश्त नहीं है.
Jaipur News: देवली उनियारा में एसडीएम थप्पड़ और समरावता कांड को लेकर सियासत जारी है. बीजेपी कांग्रेस नेताओं के बयानों के बीच निर्दलीय विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सिंह भाटी ने भी बयान दिया है. भाटी का कहना है कि राजनीति में हिंसा बर्दाश्त नहीं है.
विधायक आवास में निर्दलीय विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सिंह भाटी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि देवली उनियारा में जो कुछ हुआ दुर्भाग्यपूर्ण है. राजनीति में तमाम परिस्थितियां आती है, लेकिन इस तरह का मामला नहीं होना चाहिए. मैं तो यह कहूंगा कि कोई भी मामला हो, लेकिन राजनीति में कोहिंसा की कोई जगह नहीं है. इस पूरी घटना की निंदा करता हूं. क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनी रहनी चाहिए. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वो शांति व्यवस्था बनाए रखें.
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे नरेश मीणा के समर्थन पर विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सिंह भाटी ने कहा कि मैं यह बता देना चाहता हूं कि राजस्थान में जितने भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे, उन सबका समर्थन किया. मैं निर्दलीय जीत कर आया हूं, इसलिए मैं उनकी पीड़ा को समझ सकता हूं . ऐसे में निर्दलीयों के साथ हमेशा मेरी संवेदनाएं हैं . जाहिर सी बात है कि निर्दलीय विधायक होने के नाते जो भी निर्दलीय चुनाव लड़े हैं, मैं उनके साथ रहा हूं. इस तरह की घटनाओं से कितने लोगों को परेशानी हुई है, मैं इन सभी घटनाओं की कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं.
विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सिंह भाटी ने इस मामले में पुलिस प्रशासन के फेलियर का संकेत दिया. भाटी ने कहा कि प्रशासन को पूरी तरह से मुस्तैद रहना चाहिए था, ताकि ऐसी घटना नहीं घटे. वहां कानून व्यवस्था की स्थिति ना बिगड़े, उसके लिए पूरी तरह एक्टिव रहना चाहिए. देवली उनियारा में कहीं ना कहीं आला अधिकारी के इन मेच्योर डिसीजन के कारण इस तरह की घटना हुई है, हालांकि इससे पहले भी इन घटनाओं को रोका जा सकता था.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि देवली उनियारा सीट पर मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था. इसके बाद समरावता गांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प के कारण बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए थे. हालांकि बाद में पुलिस ने नरेश मीणा सहित बड़ी संख्या में समर्थकाें को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उसके बाद प्रदेश के अलग अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन जारी है.