एनसीईआरटी ने की सिलेबस में 30 प्रतिशत की कटौती,राजस्थान में विद्यार्थी नई किताबों के लिए भटक रहे बाजार में
Rajasthan: एनसीईआरटी ने सिलेबस में 30 प्रतिशत की कटौती की है.नीट/जेईई सिलेबस पुराने पैटर्न की बाजार में किताबें नहीं हैं.एनसीईआरटी ने सिलेबस में 30 प्रतिशत की है जिससे 11वीं 12वीं विज्ञान संकाय के छात्र पर भारी पड़ रहा है.
Rajasthan: एनसीईआरटी ने सिलेबस में 30 प्रतिशत की है जिससे 11वीं 12वीं विज्ञान संकाय के छात्र पर भारी पड़ रहा है, वजह है सिलेबस में 30 प्रतिशत कटौती लेकिन नीट व जेईई के सिलेबस में कटौती की गई इस कारण विज्ञान के विद्यार्थियों को पुरानी किताबे खरीदनी पड़ रही है. बाजार में भी जीव,गणित,रसायन कमेसट्री की पुरानी किताबों की मांग है.
विद्यार्थी पुरानी किताबों के लिए बाजारों में भटक रहे है लेकिन किताबे नहीं मिल रही है. वहीं, पुस्तक विक्रेताओं का कहना है कि सिलेबस कटौती के बावजूद किताबों का रेट कम नहीं किया गया है बल्कि रेट बढ़ा दिए हैं. बच्चों से स्कूल में नई किताबों की डिमांड की जा रही है. पुस्तकालय मंडल भी पुरानी किताबे नहीं दे पा रहा है.
इस पर किताब विक्रेताओं का कहना है किताबे उपलब्ध नहीं हो पा रही है, तो हम पुरानी किताब बेचने पर मजबूर हैं. डिसट्रीब्यूटर के पास किताबें नहीं है. बाजार में किताबों की कमी से व्यापार पर भी असर पड रहा है, नीट व जेईई के छात्रों को नई किताबें ही चाहिए तो ऐसे में कैसे किताबें उपलब्ध होगी? बच्चे व अभिभावक भी किताबों के लिए परेशान है. ये बात कृष्णा,पुस्तक विक्रेता,टोंक फाटक ने कही.
पुस्ताकलय मंडल के सचिव का कहना है.हमारा काम है बूक्स प्रिंटिंग का.सीडी प्राप्त होते ही किताबे प्रिंट करवा दी जाती है.आगामी शैक्षिणक सत्र के लिए किताबे बाजार में सभी डिपोज पर उपलब्ध है.
विनोद पुरोहित,सचिव,राजस्थान पुस्तकालय मंडल ने कहा कि रजिस्टर्ड बूक्स सेलर्स को किताबे दी जा रही है.पुरानी किताब भी स्टूडेंटस काम में ले सकते है.सारी पाठयसामग्री किताब में उपलब्ध है..नीट और जेईई की सारी किताबे उपलब्ध है छात्र बाजारों से ले सकते है.
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