Jaipur News: भजनलाल सरकार के राज्यमंत्रियों को मंत्री पद की शपथ लिये छह महीने से ज्यादा समय हो गया पर उन पर अब भी कैबिनेट मंत्रियों की मेहरबानी नहीं हो पा रही है. अब तो कई मंत्री खुलकर सरकार से काम देने तक की मांग करने लगे हैं. ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य मंत्रियों में असंतोष पनप रहा है. 


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राजस्थान में भाजपा सरकार बनने के साथ ही मुख्यमंत्री के पद पर भजन लाल शर्मा की ताजपोशी की गई. भजनलाल कैबिनेट में कैबिनेट मंत्रियों के साथ राज्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई. राज्य मंत्रियों को कैबिनेट मंत्रियों के साथ अटैच कर दिया गया, लेकिन काम का बंटवारा नहीं किया गया. ऐसे में मंत्री जी को महकमा तो मिला पर काम क्या करेंगे, ये अभी तक तय नहीं है.



राज्य मंत्रियों के कार्यालयों में कुछ इस तरह के हाल देखने को मिले. न टेबल पर फाइल और न ही कहीं मिलने जुलने वालों की भीड़,पंचायतीराज और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ओटाराम देवासी के कार्यालय में मंत्री सरकार से काम मिलने की बाट जोह रहे हैं. देवासी कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर और डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा के महकमों के राज्यमंत्री हैं पर उनकी ऑफिस की टेबल सूनी पड़ी है. अब हार थककर मंत्री जी सीएम से काम के बंटवारे की गुहार कर रहे हैं. देवासी सीएम से लेकर अपने कैबिनेट मंत्रियों तक से काम की फरियाद कर चुके हैं.


भजनलाल सरकार को अस्तित्व में आये छह महीने से ज्यादा गुजर गये. राज्यमंत्री हर दिन इसी उम्मीद में सचिवालय आते हैँ कि आज नहीं तो कल उन्हें कोई न कोई जिम्मेदारी मिल ही जायेगी पर इंतजार की इंतहा होने का नाम ही नहीं ले रही. वक्त पर वक्त गुजरा जा रहा है.



राज्य मंत्रियों में जवाहर सिंह बेढम पर सीएम भजनलाल जरूर मेहरबान दिख रहे हैं. बेढम सीएम के गृह जिले भरतपुर से विधायक हैं, साथ ही गुर्जर समाज से कोई कैबिनेट मंत्री नहीं होने के कारण बेढम के लिए सरकार की ओर से कहीं न कहीं पॉवर का इशारा है, इसलिए गृह राज्यमंत्री बेढम रूतबा जमा पाने में थोड़ा बहुत कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं  हालांकि बेढम बोले,,मैँ भी वैसा ही राज्यमंत्री हूं, जैसे दूसरे हैं.


भजनलाल सरकार के पांच राज्यमंत्री काम न मिल पाने से परेशान तो हैं पर नाराज कतई नहीं. मौके बेमौके इन्होंने सीएम भजनलाल से काम भी मांगा पर अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है. भजनलाल सरकार के स्वतंत्र प्रभार और कैबिनेट मंत्रियों को यकीन है कि विधानसभा सत्र से पहले या उसके बाद राज्यमंत्रियों को कार्य का बंटवारा जरूर हो जायेगा.


कौन राज्यमंत्री और महकमा क्या और उनके कैबिनेट मंत्री