Jaipur: राजस्थान के जयपुर में आगरा रोड से दिल्ली बाइपास तक बनाई जाने वाली रिंग रोड का काम इस साल के अंत तक शुरू हो सकता है. इस रिंग रोड के लिए एलाइन्मेंट का काम पूरा हो गया है और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) बन रही है. संभावना है इस महीने के अंत तक डीपीआर बनने के बाद जमीन अवाप्ति का काम शुरू किया जाएगा.


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जमीन अवाप्त कितनी होगी, ये डीपीआर फाइनल होने के बाद तय होगा. नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के रीजनल ऑफिसर पवन कुमार ने बताया कि हमने अभी संभावित प्लान बनाया है कि अक्टूबर अंत तक रिंग रोड का मौके पर काम शुरू करवा दें. अभी DPR बनने का काम चल रहा है और इस महीन के आखिरी तक हम जमीन अवाप्ति का काम शुरू करवा देंगे.


उम्मीद है कि दो-तीन महीने में जमीन अवाप्ति की कागजी प्रक्रिया शुरू होने के बाद जैसे-जैसे जमीन का कब्जा मिलता जाएगा. वैसे-वैसे मौके पर काम आगे बढ़ता जाएगा. आगरा रोड पर बगराना से दिल्ली रोड पर अचरोल तक करीब 45KM में ये कॉरिडोर बनाया जाएगा. इस कॉरिडोर में 6 लेन का ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर होगा, जो 90 मीटर की चौड़ाई में बनेगा.


इस 90 मीटर में बनने वाले कॉरिडोर के लिए NHAI जमीन अवाप्ति खुद करेगा, जबकि इस कॉरिडोर के दोनों ओर 145-145 मीटर में प्रस्तावित डवलपमेंट कॉरिडोर का काम जेडीए करवाएगा. इसके लिए जमीन अवाप्ति का काम जेडीए ही करेगा. जयपुर में नॉर्दन रिंग रोड बनने से सबसे ज्यादा फायदा शहर के ट्रेफिक से संबंधित होगा.


अभी आगरा रोड की तरफ से दिल्ली और दिल्ली रोड से आगरा रोड की तरफ आने-जाने वाला ट्रेफिक जयपुर शहर में घाट की गूणी, ट्रांसपोर्ट नगर, रामगढ़ मोड, कुकस होते हुए गुजरता है. इस कारण जयपुर ट्रांसपोर्ट नगर, दिल्ली बाइपास पर ट्रेफिक का दबाव ज्यादा रहता है. रिंग रोड बनने के बाद ये ट्रेफिक अरावली की पहाड़ियों के आसपास से होकर निकलने लगेगा.


Reporter: Deepak Goyal