Jaipur: प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का कारनामा सामने आया है, जहां विभिन्न सीएचसी और पीएचसी में कार्यरत नर्सिंग अफसरों और एएनएम का बिना तबादला किए ही कार्यमुक्त कर दिया गया. हालांकि अब मामला सिविल सेवा अपीलीय अधिकरण में आने पर अधिकरण ने कार्यमुक्त करने के आदेशों पर रोक लगाते हुए विभाग के उच्चाधिकारियों से जवाब मांगा है. अधिकरण ने यह आदेश झुंझुनूं, नवलगढ़ और उदयपुरवाटी की विभिन्न सीएचसी और पीएचसी में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसरों चौथमल सैनी, विद्या देवी और सुमन डिडवाल की अपीलों पर दिए.


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अपीलों में अधिवक्ता सुनील कुमार सिंगोदिया ने अधिकरण को बताया कि याचिकाकर्ता लंबे समय से इन सीएचसी और पीएचसी में नर्सिंग ऑफिसर और एएनएम पद पर काम कर रहे हैं. विभाग ने गत दिनों उनके पदों पर अन्य नर्सिंग ऑफिसर और एएनएम का तबादला कर दिया, लेकिन अपीलार्थियों के तबादलों को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया. वहीं, इसके बाद गत 21 और 22 जुलाई को विभाग ने अपीलार्थियों को कार्य मुक्त कर दिया. अपील में कहा गया कि जब उनका तबादला ही नहीं हुआ तो उन्हें कार्य मुक्त करना समझ के बाहर है. इसलिए विभाग के कार्य मुक्त करने के आदेशों को रद्द किया जाए, जिस पर सुनवाई करते हुए अधिकरण ने कार्य मुक्त करने के आदेशों पर रोक लगाते हुए विभाग के उच्चाधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.


Reporter- Mahesh Pareek


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