Jaipur: परकोटे से 9 किलोमीटर दूर आगरा रोड पर एक ओर `न्यू हैरिटेज सिटी` होगी विकसित
मास्टर प्लान में प्रस्तावित एक और हैरिटेज सिटी का सपना जल्द साकार होगा. आगरा रोड पर रिंग रोड साउथ के आसपास करीब 3300 बीघा में परकोटे की तर्ज पर हैरिटेज सिटी डवलप की जाएगी.
Jaipur: 12 साल पहले कांग्रेस सरकार की ओर से की गई न्यू हैरिटेज सिटी की घोषणा को मुर्तरूप देने की तैयारी की जा रही हैं. परकोटे से करीब नौ किलोमीटर दूर आगरा रोड पर न्यू हैरिटेज सिटी विकसित की जाएगी. जिसमें अपनी अनूठी विरासत व स्थापत्य कला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध जयपुर शहर के परकोटा क्षेत्र की झलक देखने को मिलेगी. करीब 6.20 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में जयपुर विकास प्राधिकरण इस इलाके में परकोटे की विरासत और स्थापत्य कला की तर्ज पर हैरिटेज सिटी योजना विकसित करेगा.
मास्टर प्लान में प्रस्तावित एक और हैरिटेज सिटी का सपना जल्द साकार होगा. आगरा रोड पर रिंग रोड साउथ के आसपास करीब 3300 बीघा में परकोटे की तर्ज पर हैरिटेज सिटी डवलप की जाएगी. जेडीए ने प्रस्तावित हैरिटेज सिटी के मुख्य प्रावधान और रोड नेटवर्क प्लान को टाउन प्लानिंग ने मंजूरी दे दी है. इसमें प्राइवेट डवलपर निजी खातेदारी जमीनों पर योजनाएं डवलप कर सकेंगे.
इस पूरी योजना का लैंड यूज मिक्स माना जाएगा और आवासीय, व्यवसायिक व संस्थानिक योजानाओं को नियामानुसार दी जाएगी. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने आज न्यू हैरिटेज सिटी योजना के लिए भूमि का पट्टे का प्रारूप,पट्टे के लिए आवेदन और फाइल कवर का नया प्रारूप और विशेष लोगों का विमोचन किया. धारीवाल ने कहा की परकोटे से करीब नौ किलोमीटर दूर से न्यू हैरिटेज सिटी 6.20 वर्ग किलोमीटर में विकसित की जाएगी.
जिसमें हैरिटेज सिटी में चारदीवारी की तर्ज पर बरामदे नौ चौकड़ी, 9 चौपड़, 6 एंट्री गेट बनेंगे. बिल्डिंग की ऊंचाई 18 मीटर ही रहेगी, इसमें बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर के साथ 3 मंजिला बिल्डिंग बनाई जा सकेगी. पहले यह योजना 13 वर्ग किमी में प्रस्तावित थी लेकिन 4.75 वर्ग किमी एरिया ईकोलॉजिकल और 2.05 वर्ग किलोमीटर एरिया रिंग रोड से प्रभावित होने से योजना का दायरा घटाकर 6.20 वर्ग किमी रखा गया है.
पार्ट-ए और पार्ट-बी में डवलप होगी न्यू हैरिटेज सिटी
-हैरिटेज सिटी दक्षिण रिंग रोड के पश्चिम दिशा में पार्ट-ए और पूर्वी दिशा में पार्ट-बी माना जाएगा.
-हैरिटेज सिटी में मुख्य 30 मीटर चौड़ी सड़कों, बरामदों, मुख्य एंट्री गेट, चौपड़ों का डिमार्केशन व निर्माण जेडीए करेगा.
-9 चौपड़, 6 मुख्य प्रवेश द्वारों का नाम स्वंत्रता सेनानियों, महापुरुषों, जयपुर और राजस्थान के इतिहास के बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए होगा.
-हैरिटेज सिटी के लगते इकोलॉजिकल एरिया में पहाड़ी पर सेंट्रल पार्क, रीजनल पार्क की तर्ज पर बॉयो डायवर्सिटी पार्क जेडीए विकसित करेगा.
- योजना की मुख्य सड़कें 18 मीटर से 36 मीटर चौड़ी होंगी.
-36 मीटर चौड़ी सड़कों के सहारे मिश्रित भू उपयोग के भूखंड होंगे.
-कुल संस्थानिक भूखंड 18, वाणिज्यिक भूखंड 27 और पार्किंग स्थल 72 होंगे.
-प्रत्येक चौकड़ी में दो पार्क के अनुसार योजना में कुल 18 पार्क होंगे.
-200 से 750 वर्गमीटर तक के भूखंडों पर 10% अथवा 20 वर्गमीटर जो भी अधिक हो,उसके अनुसार चौक रखे जाएंगे.
-योजना में स्थित भूखंडों पर अधिकतम 18 मीटर ऊंचाई तक के भवनों का निर्माण किया जा सकेगा.
-भवनों के फसाड पर जयपुर की चारदीवारी की तर्ज पर गेरूआ रंग किया जाना जरूरी होगा.
हैरिटेज सिटी योजना के तकनीकी प्रावधान
-हैरिटेज सिटी में किसी भी योजना का आकार 5 हैक्टेयर से कम नहीं होगा.
-योजना के कुल क्षेत्रफल के 10 प्रतिशत में पार्क रखना जरूरी होगा.
-कुल क्षेत्रफल का 7 प्रतिशत पब्लिक फैसेलिटी और 3 प्रतिशत भूमि पब्लिक यूटिलिटी के लिए रखना जरूरी.
-योजना के सेलेबल एरिया का 10 प्रतिशत हिस्सा मेजर इकॉनोमिक एक्टिवटीज के लिए रखना अनिवार्य होगा.
-हैरिटेज सिटी योजना में 8 हैक्टेयेर व इससे बड़ी योजनाओं को पायोनियर प्रोजेक्ट माना जाएगा.
-न्यूनतम एक पायोनियर प्रोजेक्ट जेडीए और न्यूनतम एक पायोनियर प्रोजेक्ट निजी विकासकर्ता विकसित करेंगे.
-ऐसे प्रोजेक्ट के लिए निजी विकासकर्ता को हैरिटेज एक्सपर्ट की सेवाएं लेनी होगी.
-ऐसे प्रोजेक्ट के लिए सभी तरह की स्वीकृतियां फास्ट ट्रेक सिस्टम में तीस दिन में देनी होगी.
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा की 2010 में हमारी की कांग्रेस की सरकार के समय आगरा रोड व खो नागोरियान इलाके में नया जयपुर योजना प्रस्तावित की गई थी. किन्हीं कारणों के चलते यह योजना क्रियान्वित नहीं हो पाई. इसके बाद सितंबर 2011 में राजधानी का नया मास्टरप्लान 2025 लागू किया गया. तब मास्टरप्लान में इस योजना के क्षेत्र को स्पेसिफिक डवलपमेंट एरिया के तौर पर अंकित किया गया. इसके बाद यह तय किया गया कि इस योजना क्षेत्र को दो अलग-अलग योजना ग्रीन सिटी व हैरिटेज सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा. हैरिटेज सिटी योजना के विकास के मापदंड तय करने के लिए बैठकों के कई दौर हुए. इसके बाद जेडीए ने योजना के मुख्य प्रावधान और रोड नेटवर्क प्लान लागू किया है.
बहरहाल, जेडीए की ओर से इस योजना के मापदंडों में बदलाव किए गए हैं. योजना को लेकर इस 29 सितंबर को जारी अधिसूचना में कहा गया था कि यहां 18 से 30 मीटर चौड़ी सड़कें होंगी लेकिन अब यहां अधिकतम 36 मीटर चौड़ी सड़कों का प्रावधान किया गया है. इसी तरह इस अधिसूचना में भवनों की अधिकतम ऊंचाई 15 मीटर निर्धारित की गई थी. इसे भी बढ़ाकर अब 18 मीटर कर दिया है. योजना का आकार रिंग रोड परियोजना का एरिया घटाने के बाद 8.25 वर्ग किलोमीटर से 6.20 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया है. ऐसे में जेडीए अब जल्द ही संशोधित अधिसूचना जारी करेगा.
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