PM Crop Insurance Scheme: राजस्थान में पीएम फसल बीमा योजना से होगी नुकसान की भरपाई, कृषि पर्यवेक्षकों ने तेज किया सर्वे
PM Crop Insurance Scheme: पीएम फसल बीमा योजना से राजस्थान के किसानों के जो फसल खराब हुई है, उसके नुकशान की भरपाई इस पीएम फसल बीमा योजना के माध्यम से किया जाएगा. अब पर्यवेक्षकों की फील्ड में जाने के बाद किसानें की उम्मीदें बढ़ गई हैं.
PM Crop Insurance Scheme: राजस्थान के अन्नदाताओं को ओलावृष्टि से फसल खराबे की भरवाई का इतंजार है.पीएम फसल बीमा योजना से बीमित किसानों को नुकसान के बाद अब इतंजार कर रहे हैं, इसकी भरवाई कब तक की जाएगी.हालांकि कृषि पर्यवेक्षक गांव-ढाणी जाकर फसल खराबे का आंकलन कर रहे हैं, ऐसे में अब उम्मीद है कि किसानों को फसल खराबे की भरपाई जल्द होगी.
कृषि पर्यवेक्षक फील्ड में,अब राहत का इतंजार
अन्नदाताओं की मेहनत पर ओलावृष्टि की मार से मरूधरा के किसानों की कमर टूट गई है, नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को पीएम फसल बीमा योजना के जरिए राहत का इतंजार है, हालांकि सरकार ने तुरंत टोल फ्री नंबर जारी कर किसानों से नुकसान की जानकारी मांगी थी.कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के निर्देश के बाद कृषि पर्यवेक्षक गांव-ढाणियों में पहुंचकर फसल खराबे का आंकलन कर रहे हैं.
पर्यवेक्षकों को सात दिन में रिपोर्ट बनाकर भेजनी है.किसानों को उम्मीद है कि जल्द ही फसल बीमा योजना के जरिए नुकसान की भरपाई हो पाएगी.कृषि विभाग ने 65 प्रतिशत नुकसान की आशंका जताई है.
सरकार में अब तक इतने किसानों को मिला बीमा
नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार द्वारा 4 सालों में लगभग एक करोड़ 72 लाख फसल बीमा पॉलिसी धारक पात्र किसानों को लाभ दे चुकी है.जिसमें 18 हजार 470 करोड रुपए का फसल बीमा क्लेम वितरित किया गया है.सबसे ज्यादा हनुमानगढ़ जिले में 14.14 लाख फसल बीमा पॉलिसी धारक पात्र किसानों को योजना प्रावधानों के अंतर्गत 2964.17 करोड़ रुपए का बीमा क्लेम वितरित किया गया है,जो कि राज्य का लगभग 16 प्रतिशत क्लेम है.
इतने नुकसान की आशंका
आशंका जताई गई है कि ओलावृष्टि से फसल गेहूं की फसल खराबा 42 हजार हेक्टेयर,जो का खराबा 19 हजार हेक्टेयर, सरसों और तारामीरा का 9 लाख 83 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में 65 प्रतिशत तक का खराबे की आशंका है. इसी तरह सब्जियां और उद्यानिकी फसलों के कुल बोए गए 15 लाख 89 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में से 2 लाख 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में 2 से 60 प्रतिशत तक खराबा हुआ है.
अब पर्यवेक्षकों की फील्ड में जाने के बाद किसानों की उम्मीदे बढ गई है कि जल्द से जल्द सफेद आसमानी आफत के नुकसान की भरपाई जल्द से जल्द होगी.ताकि रबी के सीजन में किसानों को राहत मिल सके.