Jaipur news : राजधानी जयपुर के बगरू रीको औधोगिक क्षेत्र में राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. औधोगिक क्षेत्र में स्थित रासायनिक वस्तुओं का उत्पादन करने वाली इकाइयों से निकलने वाले हानिकारक रासायनिक अपशिष्ट का नियमानुसार निस्तारण नहीं किया जा रहा है, बल्कि इस हानिकारक रासायनिक अपशिष्ट को रीको औधोगिक क्षेत्र के खुले बरसती नालों में ही डाला जा रहा है. फैक्ट्री मालिक, टैंकर मालिक व चालक अपना दो पैसे का फायदा करने के लिए लोगों की गंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फैक्ट्री से रसायन युक्त तरल पदार्थ टैंकर में भरकर निस्तारण के लिए फैक्ट्री से बाहर तो लाया जाता है. लेकिन इसका नियमानुसार निस्तारण नहीं करके सड़क पर टैंकर खड़ा कर वही आसपास किसी खुले नाले में इस हानिकारक रसायन युक्त तरल पदार्थ को बहा दिया जाता है. विशेषज्ञों की माने तो यह रासायनिक अपशिष्ट यहां रहने वाले श्रमिकों की जिंदगी में जहर घोल रहा है, वही इन खुले नालों में पानी पीने वाले बेसहारा मवेशियों के लिए भी कमोबेश जानलेवा साबित हो रहा है. 


यह भी पढ़ें- इस पाकिस्तानी हसीना के हैं लाखों इंडियन दीवाने, खूबसूरती पर लड़कियां भी फिदा


रासायनिक अपशिष्ट के निस्तारण 
बगरू रीको औधोगिक क्षेत्र या आसपास में इस प्रकार के रासायनिक अपशिष्ट के निस्तारण को कोई उचित व्यवस्था भी नजर नहीं आती. बगरू इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल को जब इस बारे अवगत करवाया गया, तो उन्होंने कहा कि नियमों की अवहेलना करने वालों पर जुर्माना लगाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि रीको प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कब अपनी जिम्मेदारियों का बोझ झेलना सीखेंगे, कब औधोगिक अपशिष्ट का नियमानुसार निस्तारण करने की माकूल व्यवस्थाएं दुरुस्त होगी.