इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए जगह-जगह गड्ढे, हाईवे पर लगा लम्बा जाम
लोगों को जयपुर से दिल्ली शहर से जोड़ने वाली शाहपुरा से गुजर रही सिक्सलेन की अर्धनिर्मित सर्विस लाइन सड़क इन दिनों गड्ढों में तब्दील हो गई है.
Shahpura: लोगों को जयपुर से दिल्ली शहर से जोड़ने वाली शाहपुरा से गुजर रही सिक्सलेन की अर्धनिर्मित सर्विस लाइन सड़क इन दिनों गड्ढों में तब्दील हो गई है. वहीं नेशनल हाईवे पर स्थित शाहपुरा शहर के अंदर बना फ्लाईओवर का कार्य भी अधूरा पड़ा हुआ है और नालियां भी कई जगह अवरुद्ध हो चुकी हैं. सड़क पर गहरे-गहरे गड्ढे हैं. ऐसे में आए दिन वाहन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. वहीं कई लोग दुर्घटनाओं का शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं. ऐसे में आमजन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
क्षेत्र में दो दिन से हो रही बारिश ने NHAI के प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है. जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर बारिश के कारण हुए गड्ढों ने यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों का सफर मुश्किल कर दिया है. शाहपुरा क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश से हाईवे पर दिल्ली तिराहे के पास सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है तथा जगह-जगह गड्ढे हो गए है. इन गड्ढों में बारिश का पानी भी भर चुका है. हाईवे पर गड्ढे होने से शाहपुरा में जाम की स्थिति बन गई है. हालात यह है कि करीब 2 से 3 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई हैं. जाम में एम्बुलेन्स समेत कई आवश्यक सेवा वाले वाहन भी फंस गए हैं.
गड्ढे व जाम की वजह से यहां से गुजरने वाले यात्रियों व वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है. जाम में फंसे यात्रियों का कहना है कि हाईवे पर गहरे गड्ढे हो चुके हैं. वे रोजाना कई घण्टों जाम में फंसे रहते हैं. एनएचएआई प्रशासन और स्थानीय प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जबकि सरकार इस हाईवे पर लाखों रुपयों का टोल भी वसूल रही है. आश्चर्य की बात तो यह है कि केंद्र और कई राज्यों के मंत्री, विधायक, वीआईपी लोग समेत तमाम बड़े ओर छोटे अधिकारी इस मार्ग से रोजाना गुजरते हैं. वो भी हाईवे पर लगे इस जाम और गड्ढों का शिकार होते है. मगर ठीक कराने की कोई पहल नहीं करता है.
एनएचएआई से निर्मित सड़क मरमत के अभाव में राहगीरों और वाहन चालकों के लिए आफत बनी हुई है. शाहपुरा में अधूरे पड़े फ्लाईओवर ओर अर्द्ध निर्मित सिक्सलेन सड़क निर्माण कार्य को पूरा करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों को लिखित में अवगत कराया गया है. वहीं पूर्व में लोगों के द्वारा धरना- प्रदर्शन भी किया गया था तथा ग्रामीणों को शांत करने व धरना प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए अधिकारियों द्वारा सिर्फ आश्वासन देकर धरना समाप्त करवा दिया जाता है. लेकिन आज भी हाईवे की स्थिति जस की तस बनी हुई है.
Reporter-Amit Yadav
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