Jaipur: 23 और 24 अक्टूबर को आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा में करीब 500 परीक्षार्थी ऐसे हैं जो चयन प्रक्रिया से बाहर होते हुए नजर आ रहे हैं, जिसकी वजह से स्नातक और आरएससीआईटी की परीक्षा का देरी से आयोजित होना. साथ ही परीक्षा के बाद आरएससीआईटी और स्नातक की योग्यता प्राप्त करना. ऐसे में मेरिट लिस्ट में शामिल अभ्यर्थियों ने सरकार से राहत देने की मांग तेज कर दी है.


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गौरतलब है कि पिछले दो सालों से कोरोना ने सबसे ज्यादा असर शिक्षण व्यवस्था पर पड़ा है, जिसके चलते ना सिर्फ परीक्षाओं का आयोजन देरी से हुआ. साथ ही परिणाम में देरी से जारी किया गया. पटवारी भर्ती परीक्षा विज्ञप्ति में परीक्षा तिथि तक स्नातक और आरएससीआईटी की योग्यता होना अनिवार्य था, लेकिन कोरोना के चलते जहां पिछले 11 महीनों से आरएससीआईटी की परीक्षा का आयोजन ही नहीं हो पाया, तो वहीं स्नातक की परीक्षा का परिणाम भी अगस्त की जगह 30 अक्टूबर को जारी किया गया, जिसके चलते अब दस्तावेज सत्यापन के दौरान करीब 500 से ज्यादा परीक्षार्थियों के भर्ती प्रक्रिया से बाहर होने की चिंता सता रही है.


भर्ती से जुड़े दिलीप कुमार का कहना है कि "कोरोना के चलते RSCIT और स्नातक की परीक्षा का देरी से आयोजन हुआ. स्नातक का परिणाम जहां अगस्त महीने में जारी होता है तो वहीं 2021 में कोरोना के चलते स्नातक का परिणाम 30 अक्टूबर को जारी किया गया. साथ ही 11 महीनों तक आरएससीआईटी परीक्षा का आयोजन ही नहीं हो पाया, जिसके चलते परीक्षा तिथि तक दोनों की ही योग्यता प्राप्त नहीं कर पाए थे. ऐसे में अब सरकार से गुहार है कि जिस प्रकार रीट परीक्षा में सरकार की ओर से अभ्यर्थियों को राहत दी गई. उसी तरह मेरिट लिस्ट में शामिल करीब 500 परीक्षार्थियों को भी राहत देनी चाहिए."