Rajasthan Assembly Elections: सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस की गारंटियों पर कसा तंज,कहा-हार की वजह से याद आ रही गारंटी
Rajasthan Assembly Elections 2023: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदीने कांग्रेस की गारंटियों को लेकर जोरदार तंज कसा. साथ ही कहा कि राजस्थान में हार से आशंकित कांग्रेस अब आश्वस्त हो गई, पराजय नजर आई तो खुद के पाप दिखने लगे हैं. त्रिवेदी ने कांग्रेस की सात गारंटियों को झूठा बताया और कहा कि हार के वक्त कांग्रेस को गांरटी याद आ रही है.
Sudhanshu Trivedi held a press conference: राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को जयपुर में कांग्रेस के मीडिया सेंटर में पत्रकारों से कहा कि इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार के हटने की पूरी गारंटी है , ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आने लगे कांग्रेस अपनी हार को लेकर आशंकित ही नहीं पूरी तरह आश्वस्त हो गई है.
जब किसी को अपनी पराजय नजर आने लगती है, तो उसे अपने पाप भी याद आने लगते हैं। त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस ने इंग्लिश मीडियम स्कूलों की गारंटी दी थी जबकि धरातल पर देखें तो स्कूलों में 58 प्रतिशत वैकेंसी खाली हैं,बगैर तैयारी के अध्यापक लगा तो दिया ,लेकिन अब यही अध्यापक अपने ट्रांसफर की गुहार लगाने लगे हैं.
बीस हजार स्कूल खोलने का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार ने कितने स्कूल खोले जवाब है उनके पास ? भाजपा नई शिक्षा नीति के तहत प्राईमरी शिक्षा को अपनी मातृभाषा में पढ़ाने की तैयारी कर रही है. वहीं, कांग्रेस को आजादी के 75 साल बाद अंग्रेजी की याद आने लगी है. 2018 के घोषणा पत्र में 93 हजार फ्री लैपटॉप बांटने की गारंटी का क्या हुआ? बेरोजगारी भत्ते की गारंटी का क्या हुआ ?
आईटी क्रांति को मोदी सरकार ने बढ़ाया है
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि देश में आईटी क्रांति को मोदी सरकार ने बढ़ाया है,जहां 2013 में औसत ब्रॉडबैंड की स्पीड 1.7 मेगाबाट प्रति सैकिंड थी वह अभी 3.9 मेगाबाट प्रति सैकिंड है.ब्रॉडबैंड कनेक्शन पूरे भारत में पहुंच गए और डाटा की कोस्ट 25 गुना कम हुई है.कांग्रेस ने आपदा राहत बीमा की गारंटी देने की बात कही जबकि आयुष्मान भारत योजना पहले से ही चल रही है.
महिलाओं के लिए क्या किया ?
इनके 25 लाख रुपये बीमा का एक भी लाभार्थी नजर नहीं आता,गृहलक्ष्मी योजना की बात करने वाले लोगों ने महिलाओं के लिए क्या किया ?जबकि मोदी सरकार ने नारी शक्ति वंदन जैसे बिल महिलाओं के लिए पास किये हैं और उज्जवला योजना की शुरुआत भी मोदी सरकार ने की थी गहलोत सरकार किस मुंह से इसपर वाहवाही लूटना चाह रही है। ओपीएस की बात करने वाली कांग्रेस दस साल केंद्र में रही और राजस्थान में रह चुकी तब उनको इसकी याद क्यों नहीं आई ? उन्होंने कहा कि हिमाचल और कर्नाटक में भी कांग्रेस झूठी गारंटियों के बूते सत्ता में आ गई,लेकिन वहां की जनता अब पछता रही है.
कांग्रेस ने केवल इनकी दी गारंटी
कांग्रेस ने राजस्थान को इन पांच सालों में केवल सात गारंटियां दी हैं और वो हैं पेपर लीक की गारंटी, महिला उत्पीड़न की गारंटी,दलित अत्याचार की गारंटी, अपराधियों की दबंगई की गारंटी, कट्टरपंथियों को जूलूस की आजादी देने की गारंटी,भ्रष्टाचार के अंबार की गारंटी और किताबों में मुगलों को महान लिखने की गारंटी ये सभी गारंटियां कांग्रेस ने राजस्थान को इन पांच सालों में दी हैं,अब जनता सब समझ चुकी है इनके किसी भी झांसे में आने वाली नहीं है । बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि पेपर लीक,महिला और दलित उत्पीड़न, अपराधियों और कट्टरपंथियों को छूट, भ्रष्टाचार और किताबों में मुगलों को महान लिखने की गारंटी अगर कांग्रेस फिर से सरकार में आई है.
नीतीश कुमार घृणित मानसिकता रखते हैं
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने महिलाओं को लेकर बयान दिया है वो देश की राजनीति में अब तक का सबसे निंदनीय बयान है. इन लोगों का जो INDI एलायंस बना है ,उसमें जेडीयू के मुखिया और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं के प्रति किस प्रकार की घृणित मानसिकता रखते हैं ,उससे साफ है कि ये गठबंधन इनक्लूसिव एलायंस नहीं होकर एक्सक्लूसिव एलायंस बन चुका है.नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए निंदनीय बयान दिया है इस पर सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के मुंह में दही क्यों जमा हुआ है ? त्रिवेदी ने कहा कि इस कथित गठबंधन के सबसे बड़े दल की नेता सोनिया गांधी 24 घंटे बाद भी महिलाओं के बारे में कितनी अभद्र टिप्पणी मौन धारण किए हुए हैं,क्यों प्रियंका गांधी ने इस पर एक शब्द नहीं बोला.
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को विधानसभा में अपने भाषण के दौरान जनसंख्या नियंत्रण प्रक्रिया में महिलाओं की भूमिका पर “अश्लील” टिप्पणी की थी,विधायकों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने बताया कि महिलाओं की शिक्षा जनसंख्या नियंत्रण में कैसे योगदान देती है. नीतीश कुमार की महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी के बाद देश भर में इसकी भर्त्सना की जा रही है. हालांकि इस बयान पर नितीश कुमार ने माफ़ी मांग है.
वोट के लिए मंदिर क्यों ?
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि वोट के लिए सबसे ज्यादा नेता किस पार्टी के मंदि जाते हैं. बिना चुनाव के कभी मंदिर जाते हैं ?चुनाव का प्रयोग मंदिर का यह लोग करते हैं ,
कश्मीर में किस लिए गोलियां चलती हैं
हमारा विषय राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है.जहां मंदिर लगभग खत्म हो गए उसे कश्मीर में किस लिए गोलियां चलती है,उसको भी समर्थन देते हैं। वास्तविकता यह है कांग्रेस और सेकुलर पार्टियां देश के साथ धोखा कर रही है. जहां मंदिर नहीं है और मस्जिदों पर भी हमले हो रहे हैं,लेकिन चंद वोट बैंक की खातिर कांग्रेस और अन्य दल इन कट्टर पंथियों को थोक विक्रेता की तरह ठेकेदारी सौंपकर राजनीति करने को तैयार है.चाहे इसकी सजा देश और मुस्लिम समुदाय को ही क्यों न भुगतनी पड़े.
ये भी पढ़ें-आज पीएम मोदी आ रहे उदयपुर, मेवाड़ को साधने पर रहेगा जोर, समझें 28 सीटों का गणित