Rajasthan Assembly Proceedings: विधानसभा में आज कार्यवाही के दौरान जमकर हंगामा देखने को मिला. सहकारिता विभाग की अनुदान मांगों पर विधायक श्रवण कुमार बोलने के लिए खड़े हुए.श्रवण कुमार के बोलने के दौरान बाबा बालक नाथ ने विरोध दर्ज करवाया.


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बाबा बालक नाथ ने कहा कि जब तक संतों के अपमान पर माफी नहीं मांगी जाएगी उन्हें बोलने नहीं दिया जाएगा. इस दौरान बाबा बालक नाथ के साथ महंत प्रताप पुरी और विधायक बालमुकुंद आचार्य सहित मंत्री और विधायक खड़े हो गए. दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ विधायक राजेंद्र पारीक सहित अन्य विधायक खड़े हो गए.



विधायक श्रवण कुमार  के बोलने के दौरान बीजेपी के विधायक वेल में आ गए. बाबा बालकनाथ महंत प्रतापपुरी और स्वामी बालमुकुंद आचार्य वेल में आ गए. बाद में उन्हें वापस ले जाने श्रीचंद कृपलानी और प्रताप सिंह सिंघवी वेल में पहुंचे. शोरगुल के बीच सभापति संदीप शर्मा ने सदन की कार्रवाई 15 मिनट के लिए  स्थगित कर दी.


इस दौरान  विधायक बाबा बालकनाथ ने कहा कि जब तक श्रवण कुमार माफी नहीं मांगेंगे तब तक उन्हें बोलने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि जब तक माफी नहीं मांगेंगे तो मैं आपको (श्रवण कुमार को) घर से  नहीं निकलने दूंगा. इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि आप चैलेंज दे रहे हो. मैं दादागिरी बर्दाश्त नहीं करूंगा.



क्या है मामला


गौरतलब है कि बुधवार को सदन की कार्यवाही के दौरान टोकाटाकी पर कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि चारों तरफ सदन में बाबा ही बाबा हैं. ये बयान देकर उन्होंने बाबा बालक नाथ और महंत प्रताप पुरी पर निशाना साधा. जब विधानसभा में कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार के बोलने पर दो महंतों ने टोका तो श्रवण कुमार ने कहा कि बाबाजी मेरा समय ले रहे हैं. 


विधायक श्रवण कुमार ने कहा कि चारों तरफ बाबा ही बाबा हैं. इस पर सदन में जमकर ठहाका लगा. श्रवण कुमार ने कहा कि यह हिंदुस्तान इतना कमजोर देश है कि जिसके पास ताकत आ जाती है वो आधी रात को भी जिन्न बनकर आ जाता है. सदन में अनुदान मांगों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिसके पास ताकत है वह खुद को अलग समझता है.