Ram Navami controversy in Jaipur : राजधानी जयपुर में रामनवमी से ठीक पहले भगवा मुद्दा गरमाया. जयपुर में लोगों के घरों पर लगे भगवा झंडे व भगवान राम की फोटो के झंडों को नगर निगम की टीम ने उतारा तो मामला बिगड़ गया.


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दरअसल कांग्रेस कमेटी की शिकायत के बाद नगर निगम की टीम भगवान राम के झंडे को उतारने पहुंची तो भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. 


प्रदेश की राजधानी जयपुर में रामनवमी से ठीक पहले आचार संहिता के नाम पर भगवा मुद्दा गरमा गया. नगर निगम हॉरिट्ज ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायत पर आचार संहिता के उल्लंघन के नाम पर भगवा झंडों को हटाना शुरू कर दिया.


इन भगवा झंडो में या तो ओम का चिन्ह बना हुआ है या फिर भगवान राम की फोटो लगी हुई है, लेकिन निगम अधिकारियों व कर्मचारियों को यह आचार संहिता का उल्लंघन नजर आया और इस पर उन्होंने कई जगह से झंडा हटाना भी शुरू कर दिया. जब पूरे मामले की शिकायत हवा महल विधायक व संत समिति के अध्यक्ष बालमुकुंद आचार्य के पास पहुंची तो पूरे मामले को लेकर विधायक आक्रोशित हो गए.


विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि कांग्रेस अपनी दूषित मानसिकता के चलते भगवान राम का विरोध कर रही है इसलिए भगवान राम के झंडों को हटाने की उन्होंने शिकायत की है. जबकि  पूरे देश भर में रामनवमी बड़े धूमधाम व हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जाती रही है और हर वर्ष मनाई जाती है और पिछले 270 सालों से पूरा देश हर वर्ष मानता आ रहा है और भगवान राम के झंडे लगता है, लेकिन इस बार कांग्रेस को भगवान राम पसंद नहीं आ रहे इसीलिए शिकायत करके भगवान राम के झंडे को हटवा रही है.


बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि यह भगवान राम के भक्तों की भावनाओं पर सीधा कुठारागत है कि रामनवमी के अवसर पर उनके भगवान झंडों को हटाकर कचरे में डाला जा रहा है. हवा महल विधायक बालमुकुंद आचार्य आक्रोशित होते हुए कहा कि आखिर कांग्रेस को भगवान राम से क्या प्रॉब्लम है. रामनवमी से पहले हिंदू धर्म में घर-घर पर भगवा झंडा लगाए जाते हैं.


रामनवमी के जुलूस पर सभी धर्म के लोग पुष्प वर्षा आरती करते हैं. इस पूरे मामले में नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा भगवा झंडों के विरोध मेंसंत समिति व भाजपा उतर गई है.


इधर पूरे मामले में कॉंग्रेस पर बीजेपी आरोप लगाते हुए कहा कि परकोटे से हटवाये गये भगवा ध्वज कूड़े की ट्रॉली में डाले गये. वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता रात में भगवा झंडों को हटाते हैं.


बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि नवसंवत्सर व चेटीचंड  अपने घरों व प्रतिष्ठानों पर भगवा झंडा लगाए हैं उसको लेकर कांग्रेस ने शिकायत दी है. आखिर कांग्रेस क्या चाहती है कि भगवान राम को धरती से हटाया जाए. कांग्रेस की क्या मानसिकता है कांग्रेस के कार्यकर्ता रात को खुद झंडा हटा रहे हैं और उनको ऐसी जगह फेंक रहे हैं जो की झंडों का अपमान है.


आखिर इनकी मानसिकता क्यों नहीं बदल रही. कांग्रेसी वहीं लोग है जो रामसेतु को तोड़ने के पक्ष में थे और पाकिस्तान से आतंकवादियों को छुड़वाने के लिए वकील करते थे. जहां एक और रामनवमी के जुलूस का सर्व समाज के लोग आरती करते हैं पुष्प वर्षा करते हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस रामनवमी को लेकर विरोधी विचारधारा दर्शा रही है.


बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि नगर निगम  में कांग्रेस का बोर्ड है और वह कांग्रेस के आदेशों को मानकर झंडों को हटाने में लग रही है. लोग ईद में और हिंदू के त्योहारों में एक दूसरे का सहयोग करते हैं लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस अपनी विचारधारा से भगवान राम को निकालना चाहती है.


विधायक बालमुकुंदाचार्य ने  कहा कि कांग्रेस पार्टी जो भगवान के खिलाफ काम कर रही है हम उसका विरोध करते हैं और उसकी घोर निंदा करते हैं. हमने सभी अधिकारियों को शिकायत ओर ज्ञापन दिया है. उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. जिस तरह यह झंडा हटाए गए हैं. यह झंडा वापस लगाने की मांग की है.


विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि आम लोग भगवान राम के झंडा लगा रहे हैं उसमें अगर चुनाव की तारीख पास में आ रही है तो किसी की गलती है. भगवान राम का त्योहार 270 सालों से मनाया जा रहा है.