Jaipur News: केंद्र और राज्य GST विभाग द्वारा फर्जी पंजीयन के खिलाफ दो महीने का देशव्यापी अभियान चलाया गया. जयपुर मुख्यालय केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर विभाग की ओर से सभी जिलों में टीमें बनाई गई. 


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केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर के तहत फर्जी पंजीकरण की पहचान करने के लिए यह दूसरा अभियान चलाया गया है. नकली GST पंजीकरण आमतौर पर धोखाधड़ी से इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त करने, पारित करने और GST से बचने के लिए लिया जाता है. 


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सीजीएसटी विभाग द्वारा अभियान में बोगस व फर्जी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है. केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर जयपुर मुख्यालय के मुख्य आयुक्त महेंद्र रंगा ने बताया कि सीजीएसटी विभाग द्वारा प्रदेशभर में विभिन्न जिलों में टीमें बनाकर बोगस फर्मो के खिलाफ अभियान चलाया गया. 


बोगस फर्म और फर्जी पंजीयन के खिलाफ अभियान में 1000 से अधिक संदिग्ध मानते हुए कंपनियों की जांच पडताल की गई, जिसमें 102 कंपनियां अस्तित्व में ही नहीं है. विभागीय अधिकारियों द्वारा ऐसी फर्जी व बोगस फर्मो के खिलाफ रजिस्ट्रेशन केंसिल करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. 


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साथ हीं, 250 करोड़ रुपये से ज्यादा के क्रेडिट पास किया जिस पर सीजीएसटी विभाग वापस ढाई सौ करोड़ रुपये लेने की कार्रवाई कर रहा है. इसके अलावा भी एक हजार कंपनियों में संदिग्ध यूनिट्स मिली हैं. उनके द्वारा बोगस जगह बताकर आईटीसी लिया है. उस पर भी सीजीएसटी द्वारा कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है. 


राजस्थान जोन के मुख्य आयुक्त महेंद्र रंगा के निर्देश पर करदाताओं के साथ बेहतर संचार, तालमेल और सहयोग के लिए अलवर सीजीएसटी कमिश्नर सुमित कुमार यादव ने राजस्थान में 'पहल' 'एक कदम उन्नति की ओर' अभियान में नीमराणा में सीजीएसटी संभाग बहरोड के ट्रेड और टैक्स प्रोफेशनल एसोसिएशन और करदाताओं से नीमराना में संवाद किया.