Rajasthan: अब राजनीति में किस्मत आजमाएंगे IAS अंतर सिंह नेहरा ! लिया VRS, CS उषा शर्मा ने दी शुभकामनाएं
IAS Antar Singh Nehra: राजस्थान के वरिष्ठ आईएएस (IAS) अंतर सिंह नेहरा (Antar Singh Nehra) ने वर्तमान में जयपुर सम्भागीय आयुक्त पद को अलविदा कह दिया है. रिटायरमेंट से चार माह पहले ही उन्होंने वीआरएस (VRS) ले लिया है. सुत्रों की मानें तो वह आगामी विधानसभा चुनाव ( Rajasthan Election 2023) में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
IAS Antar Singh Nehra News: राजस्थान के वरिष्ठ आईएएस (IAS) अंतर सिंह नेहरा (Antar Singh Nehra) ने वर्तमान में जयपुर सम्भागीय आयुक्त पद (Jaipur Divisional Commissioner Post) को अलविदा कह दिया है. रिटायरमेंट से चार माह पहले ही उन्होंने वीआरएस (VRS) ले लिया है. सुत्रों की मानें तो वह आगामी विधानसभा चुनाव ( RajasthanAssembly Election 2023) में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं. कल अवकाश होने के चलते आज लास्ट वर्किंग डे पर उन्हें विदाई दी गई.
IAS अंतर सिंह नेहरा को CS उषा शर्मा ने शुभकामनाएं दी. इस दौरान IAS आनंद कुमार, समित शर्मा, गौरव गोयल, अक्षय गोदारा भी मौजूद रहे.
VRS मंजूर होने के बाद आज नेहरा के नौकरी का लास्ट वर्किंग डे रहा. बता दें कि वर्तमान में अंतर सिंह नेहरा जयपुर सम्भागीय आयुक्त है.
ऐसे में अंतर सिंह नेहरा को लेकर प्रशासनिक महकमें से लेकर राजनीतिक गिलयारों में हलचल है कि राजनीति में किस्मत आजमा सकते हैं. शायद इसलिए IAS अंतर सिंह नेहरा ने रिटायरमेंट से 4 माह पहले लिया VRS लेकर चौंका दिया है. IAS अंतर सिंह नेहरा अगले साल जनवरी में रिटायर होने वाले थे. लेकिन इससे पहले ही नेहरा ने VRS ले लिया. हालांकि उन्होंने कहा कि पारिवारिक कारणों से VRS लिया है. लेकिन राजनीति में आने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
जानकारी के लिए बता दें कि 1964 में जन्मे नेहरा बांसवाड़ा के कलेक्टर भी रह चुके हैं. वे संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं. कई जगह एसडीएम व एडीएम के पद पर सेवा दे चुके हैं. अंतर सिंह नेहरा झुंझुनूं जिले से ताल्लुक़ रखते हैं. आपको बता दें कि अंतर सिंह नेहरा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली. अंतर सिंह नेहरा 2009 बैच के IAS हैं. नेहरा जयपुर के संभागीय आयुक्त पद पर तैनात थे. 13 सितंबर को नेहरा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था. नेहरा का करीब 34 वर्ष का एक लंबा प्रशासनिक अनुभव रहा है. ये RAS से IAS बने थे.