राजस्थान हुआ राममय, सीएम ने किए खाटूश्याम और सालासर बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना, सांझा किए कारसेवा के अनुभव
Rajasthan: अयोध्या स्थित राम मंदिर में ‘श्री रामलला’ के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर राजस्थान में सोमवार को त्योहार जैसा माहौल रहा. मंदिरों में भजन-कीर्तन और रामायण तथा सुंदरकांड का पाठ किया गया. जयपुर समेत कई शहरों में रामधुनी के साथ प्रभात फेरियां निकाली गईं.
Rajasthan: अयोध्या स्थित राम मंदिर में ‘श्री रामलला’ के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर राजस्थान में सोमवार को त्योहार जैसा माहौल रहा. राज्य के सभी प्रमुख मंदिरों में फूलों और ध्वजों से विशेष सजावट के साथ ही भजन-कीर्तन हुए तो लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते नजर आए. अयोध्या में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ सोमवार को की गई. इसके मद्देनजर राजस्थान भर में धार्मिक आयोजन किए गए.
मंदिरों में भजन-कीर्तन और रामायण तथा सुंदरकांड का पाठ किया गया. जयपुर समेत कई शहरों में रामधुनी के साथ प्रभात फेरियां निकाली गईं. राजधानी जयपुर में शाम होते ही आकाश आतिशबाजी से भर गया. लोगों ने पटाखे छोड़े. प्राण प्रतिष्ठा समारोह को यादगार बनाने के लिए लोगों ने घरों को रोशनी से सजाया और दीपक जलाए. इसी तरह मंदिरों में भी मिट्टी के दीये जलाए गए.
मुख्यमंत्री भजनलाल ने किए खाटू श्याम जी के दर्शन
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार सुबह श्योपुर-प्रतापनगर रोड स्थित देहलावास बालाजी मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की. वह बाद में प्रताप नगर में प्रेम मंदिर गए और उन्होंने वहां भी पूजा-अर्चना की. मंत्रियों और विधायकों ने विभिन्न मंदिरों में दर्शन किये. वहीं शर्मा ने शाम को चूरू में सालासर बालाजी मंदिर और सीकर में खाटू श्याम जी मंदिर में पूजा अर्चना की. उन्होंने खाटूश्याम मंदिर में दीप आरती की.
जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में शर्मा ने कहा कि वह दो बार 'कारसेवा' के लिए गए और जेल भी गए. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने प्रतिष्ठा समारोह पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पूरे देश के लिए हर्षोल्लास का, आनंद का और राममय होने का गौरवपूर्ण अवसर है. उन्होंने रामलल्ला के मंदिर में विधिवत विराजने की सभी को बधाई देते हुए भगवान श्री राम से देशवासियों की खुशहाली और सदा मंगल की कामना की.
उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने भी लोगों को शुभकामनाएं दीं
राजभवन में 'राम भजन प्रवाह' कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जहां गायक अभिजीत घोषाल ने भगवान राम की महिमा और उनके जीवन से जुड़े भजन प्रस्तुत किये. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने चांदपोल स्थित रामचन्द्र जी मंदिर में पूजा-अर्चना की और लोगों को समारोह की शुभकामनाएं दीं.
उन्होंने अयोध्या में 'कारसेवा' के अपने अनुभव भी साझा किए. पूनिया ने संतों और स्थानीय लोगों के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ताओं के संग गोविंद देवजी मंदिर में स्क्रीन पर प्रतिष्ठा समारोह को लाइव देखा. अजमेर दक्षिण सीट से विधायक (भाजपा) अनिता भदेल ने कहा कि बहुत हर्ष हो रहा है कि 500 वर्षों के बाद रामलला अपनी जगह स्थापित हुए हैं. इसी तरह अन्य विधायक भी मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुए और लोगों को शुभकामनाएं दीं. राजधानी जयपुर सहित विभिन्न स्थानों पर जुलूस निकाले गए. जैसलमेर में बीएसएफ के जवानों ने तनोट माता मंदिर में रामायण का पाठ किया. भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित इस मंदिर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों द्वारा पूजा-अर्चना की जाती है.
वहीं, लोगों ने अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया और देवरिया की शानदार झील में फ्यूल टिकने वाले बोटों पर बनाई गईं छवियों को भी वायरल किया. भगवान राम और राम मंदिर की छवि वाले भगवा रंग के झंडे घरों और दुकानों के ऊपर लहराते दिखाई दिए. अनेक लोगों ने अपने वाहनों पर भी ये ध्वजाएं लगाईं. इन ध्वजों की बहुत मांग थी और ये ध्वज न केवल किराना और सामान्य वस्तुओं की दुकानों पर, बल्कि सड़क किनारे भी बिक रहे थे. टोंक रोड पर किराने की दुकान के मालिक संजय गुप्ता ने बताया, “पिछले दो दिनों में लोगों ने सभी आकार के झंडे खरीदे.
वहीं झंडों के साथ ही बाजारों में पटाखे की भी बिक्री बहुत हुई,” उन्होंने कहा कि इसी तरह दीपावली जैसा जश्न मनाने के लिए लोगों ने कंदील भी खरीदीं. जयपुर के अल्बर्ट हॉल में राम मंदिर की 35 फुट ऊंची झांकी बंगाल के कारीगरों ने बनाई है.