अब MLA गिर्राज मलिंगा और खिलाड़ीलाल बैरवा के तेवर बदले, राजस्थान कांग्रेस को दिखाई आंख
राजस्थान में राज्यसभा के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे है. कांग्रेस और बीजेपी में विधायकों की मान मनोवल्ल का दौर भी चल रहा है. इधर अब दो विधायकों गिर्राज मलिंगा और खिलाड़ी लाल बैरवा के तेवरों ने कांग्रेस नेताओं को मुश्किल में डाल दिया है.
Jaipur : राजस्थान में राज्यसभा के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे है. कांग्रेस और बीजेपी में विधायकों की मान मनोवल्ल का दौर भी चल रहा है. इधर अब दो विधायकों गिर्राज मलिंगा और खिलाड़ी लाल बैरवा के तेवरों ने कांग्रेस नेताओं को मुश्किल में डाल दिया है. गिर्राज मलिंगा ने कहा है कि मुझे नेता बनाने में कांग्रेस का कोई रोल नहीं है. मुझे बसपा सुप्रीमो बहन मायावती और बसपा के कार्यकर्ताओं ने नेता बनाया है.
खिलाड़ीलाल बैरवा के भी तल्ख तेवर
एक अन्य विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा के भी तल्ख तेवर सामने आए है. उनके बयान भी कांग्रेस को असहज करने वाले है. हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी विधायकों को मनाने में पूरी शिद्दत से लगे है. इधर सीएम गहलोत के साथ साथ पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट नामांकन के दिन से ही एक साथ और एकजुट नजर आ रहे है. ताकि पार्टी के विधायकों में ज्यादा बिखराव न हो. उदयपुर में हो रही बाड़ेबंदी में अब तक 80 के करीब विधायक पहुंच चुके है. बाकी विधायकों के भी बारी बारी से पहुंचने का सिलसिला जारी है.
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एकजुटता का संदेश दे रही कांग्रेस
शुक्रवार को सचिन पायलट ने भी उदयपुर गए है. वहां से वो शाम के समय दिल्ली पहुंचे थे. आज शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उदयपुर जाने वाले थे. उनके साथ कई मंत्री और विधायक उदयपुर पहुंचने वाले थे. लेकिन आखिरी समय में सीएम ने अपना कार्यक्रम बदल दिया. जिसके बाद विश्वेंद्र सिंह समेत कई दूसरे मंत्री और विधायक भी उदयपुर नहीं पहुंच पाए. इधर ये भी बताया जा रहा है कि बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को मनाने की जिम्मेदारी विश्वेंद्र सिंह को दी गई है. विश्वेंद्र सिंह भी अपने स्तर पर इन विधायकों से मिलकर उन्हें मनाने की कोशिश करेंगे.
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