Rajasthan Crime: अपराधियों पर चला राजस्थान पुलिस का वज्र प्रहार, 20,542 को दबोचा, बदमाशों के फॉलोअर्स घटे
Rajasthan police Big Action: CM अशोक गहलोत के निर्देश पर प्रदेश में हार्डकोर अपराधियों, माफियाओं और अपराधिक गैंग्स के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान में पुलिस की 5,137 टीमों ने अपराधियों के लगभग 13,600 ठिकानों पर दबिश देकर 20,542 बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
Rajasthan police Big Action: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर राजस्थान में राज्य पुलिस ने हार्डकोर अपराधियों, माफियाओं और आपराधिक गैंग्स के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ा हुआ है. आज पुलिस मुख्यालय में डीजीपी उमेश मिश्रा ने इस अभियान को लेकर पूरी जानकारी प्रेस के साथ साझा की। इस दौरान डीजीपी के साथ डीजी साइबर क्राइम रवि मेहरड़ा ,एडीजी क्राइम दिनेश एमएन, एडीजी कानून व्यवस्था हवासिंह घुमरिया मंच पर मौजूद रहे। डीजीपी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि राजस्थान पुलिस के अभियान में पुलिस की 5,137 टीमों ने अपराधियों के लगभग 13,600 ठिकानों पर दबिश देकर 20,542 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की इस कार्रवाई से पिछले साल की अपेक्षा इस महीने मार्च महीने तक आपराधिक मामलों में 9% की कमी आई है.
डीजीपी उमेश मिश्रा की प्रेस वार्ता के मुख्य बिन्दु
-बोले पुलिस पर फायर होगा तो क्या पुलिस बैठी रहेगी ?
-लेकिन कानून के दायरे में रहकर ही करते है एक्शन हम - डीजीपी उमेश मिश्रा
-पुलिस की तस्करों से मिलीभगत पर बोले डीजीपी
-बोले ऐसे पुलिसकर्मी सामान्य तस्कर से भी बड़े अपराधी हमारे लिए।
-दो पुलिसकर्मयों पर हुए एक्शन के दिए उदाहरण
-राजस्थान पुलिस के डीजीपी ने माना कि जेल नहीं है हमारी पूरी तरह सुरक्षित
-जेल के अंदर से बदमाश करते है संगठित अपराध
-लेकिन सर्च के दौरान भी होते है ऐसे बदमाश एक्सपोज - डीजीपी
-मार्च से संगठित अपराध और अपराधियों के खिलाफ शुरू किया गया विशेष अभियान
-पुलिस मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाकर लगातार उच्च अधिकारीयों ने की क्लोज मॉनिटरिंग
-एडीजी दिनेश एमएन का रहा विशेष योगदान इस अभियान को सार्थक करने में।
-13 हजार अपराधियों को किया गया जेल के अंदर।
-151 धारा को शामिल करें तो ये आंकड़ा 19 हजार के पार।
-हालाँकि मैं आंकड़ो को देता हूँ कम महत्व- डीजीपी
-लेकिन बड़ी बात यह कि जनता, मीडिया से बहुत अच्छा फीडबैक मिला है राजस्थान पुलिस के इस अभियान को
- बदमाश रोहित गोदारा है देश से बाहर
-रेड कॉर्नर नोटिस राज्य पुलिस करा चुकी है जारी रोहित के खिलाफ
-सीबीआई के संपर्क में है राजस्थान पुलिस - डीजीपी
- साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए अब तक 1 लाख सिम और 1 लाख 10 हजार फोन ब्लॉक कराए भरतपुर पुलिस ने।
-300 टॉवर करवाए गए बंद इस दौरान भरतपुर रेंज में
-साईबर क्राइम को लेकर डीजी साईबर क्राइम रवि मेहरड़ा ने दी जानकारी
-राजस्थान में पेपर लीक पर बोले डीजीपी
-मास्टरमाइंड आ चुके है हमारे कब्जे में
-नकल की समस्या पूरे हिंदुस्तान में फैल चुकी है
-परीक्षा भी अब होती है पहले से ज्यादा
-वर्कलोड, अभ्यर्थी, नकल माफिया सभी बढ़े है ,ये अपने आप में है बड़ी समस्या
-इसलिए परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसियों को हम कर रहे है ब्रीफिंग कि कैसे सुधार हो
-जो पकड़े जा रहे नकल माफिया, उनके खिलाफ हो रहे है पुख्ता और मजबूत एक्शन
-जयपुर बम धमाकों के निर्णय को लेकर बोले डीजीपी
-एसएलपी दायर करने का प्रस्ताव भेजा गया राजस्थान पुलिस की तरफ से
-कोर्ट की टिप्पणी को हमने लिया गंभीरता से ,उस पर हम कर रहे एनालिसिस भी , जो गलतियां हुई उन पर कर रहे इंटरनल ऑडिट
-सीसीटीवी की कमी बतायी गई, आतंकवादियों के टिकट को लेकर भी थी टिप्पणी, इन सभी पहलुओं पर कर रहे है एनालिसिस
- यूपी की तर्ज पर राज्य में NSA लगे ऐसी हमारी मंशा और इच्छा है। ताकि बड़ी लगाम लगे, पेपर लीक पर बोले डीजीपी
-करीब 47 बदमाश उनके खिलाफ राजपासा लगाया गया। राजपासा के संशोधन के लिए लिखा है राजस्थान पुलिस ने
-दलितों से जुड़े अपराधों में राज्य के अंदर आयी है कमी
-पीड़ित परिवार है राज्य पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट - डीजीपी
-जयपुर ब्लास्ट को लेकर हुए निर्णय पर बोले डीजीपी उमेश मिश्रा ,राजस्थान पुलिस की अंदरूनी जांच है जारी, डीजीपी बोले मैं खुद कर रहा हूँ इसमें इंटरनल जांच
पुलिस ने चलाया एरिया डोमिनेशन व रेड एण्ड सर्च अभियान- DGP
डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया राजस्थान पुलिस की ध्येय वाक्य " आमजन में विश्वास एवं अपराधियों में भय" के अनुरूप राज्य स्तरीय व्यापक "एरिया डोमिनेशन व रेड एण्ड सर्च अभियान" शुरू करने से पहले सभी जिलों और रेंज द्वारा गहराई से होमवर्क किया गया. रेंज आईजी ने खुद कन्ट्रोल रूम में और पुलिस अधीक्षकों द्वारा फील्ड में रहकर अभियान को सफल बनाने के लिए जॉइंट टीम की तरह से टास्क को पूरा किया.
फायरिंग और अवैध वसूली करने वाली गैंग बनी टारगेट
डीजीपी मिश्रा ने बताया कि अपराधियों का गुणगान करने वालों, फॉलो करने वालों और बदमाशों को शरण देने वालों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई की गई. इस अभियान में विशेष रूप से हथियारों का प्रदर्शन करने वालों और फायरिंग की घटनाओं में भी शामिल गैंग्स को टारगेट किया गया. साथ ही कारोबारियों और नागरिकों को अवैध वसूली के लिये कॉल कर धमकी देने के अपराध में लिप्त गैंग्स भी पुलिस के निशाने पर रहे.
बाहर बैठे बदमाशों पर कसा शिकंजा
DGP ने बताया कि कुछ अपराधी देश से बाहर बैठकर भी इस अपराध को अंजाम दे रहे थे. उनके विरूद्ध भी इन्टरपोल के माध्यम से शिकंजा कसा जा रहा है. रोहित गोदारा का रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है और अनमोल विश्नोई व गोल्डी बरार के विरूद्ध रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने के लिए प्रोसेज जारी है. DGP मिश्रा ने बताया कि पुलिस पर हमला करने वालों और पुलिस हिरासत से भागने का प्रयास करने वालों पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है. वर्ष 2023 में 21 अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगी और 25 अपराधी फरारी के प्रयास में घायल हुए.
ऑपरेशन वज्र प्रहार में गलत आपराधिक तरीके से हासिल संपत्ति पर भी कार्रवाई
राजस्थान पुलिस द्वारा अपराधियों को जड़ से नष्ट करने के लिए ऑपरेशन वज्र प्रहार शुरू किया जिसके तहत न सिर्फ अपराधियों की गिरफ्तारी की गई बल्कि सर्च के दौरान अवैध कार्यों से हासिल की गई उनकी संपत्ति और वाहन आदियों पर भी कार्रवाई के लिए होमवर्क किया जा रहा है, इसके अन्तर्गत अब तक कुल 11,512 हिस्ट्रीशीटर में से 2,471 की संपत्ति का रिकॉर्ड जमा किया गया है और 35 अपराधियों की संपत्ति पर कार्रवाई के लिए आई टी विभाग व स्थानीय निकायों को कार्यवाही हेतु सूचित किया गया है.
सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स भी घटे
सोशल मीडिया पर अपराधियों को फॉलो करने वालों के विरूद्ध कुल 36 प्रकरण दर्ज कर इन प्रकरणों में 56 लोगों को गिरफ्तार किया और प्रिवेन्टिव सेक्शनों में 1027 लोगों को गिरफ्तार किया. सोशल मीडिया के फॉलोअर्स और गैंगस्टर के ऊपर प्रभावी कार्रवाई के परिणाम स्वरूप इन अपराधियों से युवाओं का मोहभंग हुआ है. अभियान से पूर्व बीकानेर में मोनू ग्रुप के सोशल मीडिया पर कुल 36,537 फॉलोवर्स थे जो अब घटकर 9189 रह गये हैं. इसी प्रकार रोहित गोदारा के फॉलोवर्स 38,862 से घटकर अब 6558 रह गये है और नये फॉलोवर्स बनने बंद हो गये.
20542 बदमाशों को किया गिरफ्तार
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि मार्च 2023 में एरिया डोमिनेशन के लिए पुलिस द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान के परिणामस्वरूप जघन्य अपराध में वांछित 433 अपराधी सहित विभिन्न अपराधों में वांछित 12,895 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है. अभियान के अन्तर्गत 151 सीआरपीसी में 7,683 गिरफ्तारी सहित समग्र रूप से 20,542 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. प्रदेश भर में 5137 पुलिस टीमों द्वारा लगभग 13 हजार 600 स्थानों पर दबिश दी गई. 535 लोगों को गिरफ्तार किया.
क्या बोले अभियान के मुख्य सूत्रधार एडीजी क्राइम दिनेश एमएन
अभियान में हुई गिरफ्तारियों में से 1,411 एचएस, हार्डकोर व इनामी अपराधी हैं जबकि 5833 स्थाई वारंटी, उद्घोषित अपराधी और 299 सीआरपीसी में वांछित अपराधी शामिल है. अवैध हथियारों के प्रयोग के कुल 649 प्रकरण दर्ज कर 677 बदमाशों को गिरफ्तार किया, जिनसे 690 आग्नेयास्त्र और 1062 कारतूस बरामद किए गए. एनडीपीएस एक्ट में 342 प्रकरण दर्ज कर 375 बदमाशों को, अवैध शराब के कुल 1088 प्रकरण दर्ज कर 1085 लोगों को एवं अवैध खनन के 649 प्रकरण दर्ज कर इस प्रकार फरवरी 2022 की तुलना में मार्च 2023 में आर्म्स एक्ट के प्रकरणों में लगभग 55%, एनडीपीएस के प्रकरणों में 90% और अवैध शराब के प्रकरणों में 8% की वृद्धि हुई.
एडीजी क्राइम एमएन दिनेश ने बताया कि अवैध वसूली के वर्ष 2023 में माह मार्च तक कुल 31 प्रकरण दर्ज करके 68 लोगों को गिरफ्तार किया एवं फायर आर्म्स के उपयोग के 150 प्रकरण दर्ज कर 355 लोगों को गिरफ्तार किया. यहां यह उल्लेखनीय है कि अभियान के पूर्व अवैध वसूली हेतु फोन कॉल के प्रकरण माह जनवरी 2023 में 15, माह फरवरी 2023 में 12 दर्ज हुए जो अभियान के परिणामस्वरूप मार्च 2023 में कम होकर 4 प्रकरण ही दर्ज हुए है.
वांटेड बदमाशों की गिरफ्तारी में अजमेर और जयपुर रेंज ने मारी बाजी
अलग अलग अपराधों में वांटेड अपराधियों की गिरफ्तारी में अजमेर तथा जयपुर रेंज टॉप पर रहे. जिलेवार 7 हजार से ज्यादा मुकदमों वाले जिलों में सर्वाधिक गिरफ्तारी अजमेर, अलवर, और भीलवाड़ा जिलों के द्वारा की गई और 4 हजार से 7 हजार तक के केसेज वाले जिलों में सर्वाधिक गिरफ्तारी टोंक, चित्तौड़गढ़ और जोधपुर पश्चिम जिलों द्वारा की गई. चार हजार से कम केसेज वाले जिलों में सर्वाधिक गिरफ्तारी बांसवाड़ा, कोटा ग्रामीण और जोधपुर पूर्व जिलों द्वारा की गई.
संगठित अपराधों पर कसा शिकंजा
संगठित अपराधों के विरुद्ध लगभग एक महीने के एग्रेसिव पुलिसिंग द्वारा लगभग 13000 वांटेड को गिरफ्तार किया गया, यानि 400 वांटेड अपराधी हर दिन राज्य में गिरफ्तार हुए। दस्यु केशव गुर्जर का गैंग सहित सफाया किया गया, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अधिकांश सदस्य गिरफ्तार हुए। इनसे हथियारों की जब्ती के बाद इनकी गैंग की गतिविधियों पर विराम लगा। एक्सटॉर्शन के लिए धमकी देने वालों पर भी कठोर प्रभावी अंकुश लगाया गया।