Rajasthan: जानिए कौन थीं हाड़ी रानी, अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर फर्स्ट लुक हुआ जारी
Rajasthan: जानिए कौन थीं हाड़ी रानी जिनका अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर फर्स्ट लुक जारी किया गया.अद्भुत सौंदर्य की मालकिन, पूर्ण श्रंगार में सजी हाड़ी रानी के पुतले को वैक्स म्यूजियम के रॉयल दरबार सेक्शन में लगाया जाएगा.
Hadi Rani First look: अंतर राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (International Museum Day) पर नाहरगढ़ फोर्ट स्थित वैक्स म्युजियम में हाड़ी रानी (Hadi Rani)का फर्स्ट लुक जारी किया गया. जल्द ही एक विशेष शो के साथ हाड़ी रानी की प्रतिमा नाहरगढ़ फोर्ट वैक्स म्युजियम में स्थापित होगी. राजस्थान वीरों की धरती है. यहां की मिट्टी का हर कण राजपूतों के बलिदान की कहानी बयान करता है.
इस मिट्टी की शान के लिए यहां की क्षत्राणियां भी पीछे नहीं रही है. ऐसी ही इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुकी परमवीर क्षत्राणी थी सहल कंवर यानी हाड़ी की रानी. सोलह साल की बाल उम्र में हाड़ी रानी ने औरंगजेब के खिलाफ युद्ध के दौरान अपना कर्तव्य निभाते हुए स्वयं का शीश काट लिया और अपना राष्ट्र धर्म निभाया.
ये बहुत ही प्रेरणादायक, साहस और बलिदान की अमर गाथा है जो आज भी इस धरती में गूंजती है. जयपुर वैक्स म्यूजियम के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया,"मुझे व्यक्तिगत रूप से इस सत्य कथा ने बहुत प्रभावित किया और हमने निर्णय लिया कि आने वाली पीढ़ी को इस त्याग और बलिदान की अमर गाथा को जरूर जानना चाहिए.हाड़ी रानी के वैक्स का पुतला बनकर तैयार हो चुका है और उसके पीछे लगने वाले सेट तथा एक विशेष शो के डायलॉग, वॉयसओवर और म्यूजिक की रिकॉर्डिंग मुंबई में की जा रही है. जल्द ही पर्यटकों को ये ह्रदयविदारक कथा एक विशेष लाइट एंड साउंड के साथ म्यूजियम में देखने को मिलेगी"
उन्होंने कहा कि अद्भुत सौंदर्य की मालकिन, पूर्ण श्रंगार में सजी हाड़ी रानी के पुतले को वैक्स म्यूजियम के रॉयल दरबार सेक्शन में लगाया जाएगा. जयपुर वैक्स म्यूजियम की मूर्तिकार टीम ने अनूप श्रीवास्तव के निर्देशन में पुतले का निर्माण किया है जिसका वजन लगभग 28 किलोग्राम है.