Government scholarship fraud: राजस्थान में शिक्षा के नाम पर जमकर खेल चल रहा है. स्कूल-कॉलेज के बच्चों की स्कॉलरशिप की आड़ में सरकार को करोड़ों चपत लगाई जा रही है. प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं में बड़े ही चौंकाने वाले खुलासे हुए है.सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग की जांच में बडी संख्या में शिक्षण संस्थाओं की गड़बड़ियां सामने आई, जिसमें फर्जी तरीके से सरकारी स्कॉलरशिप का खेल चल रहा है.


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 135 शिक्षण संस्थाओं को भेजा नोटिस
राज्य सरकार ने 135 शिक्षण संस्थाओं में गड़बड़ी को लेकर नोटिस थमाए है. अब इन शिक्षण संस्थाओं से जवाब मांगा है.अब जल्द ही इन संस्थाओं को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा.फिलहाल इन संस्थाओं को होल्ड कर दिया गया है.विभाग के सचिव समित शर्मा का कहना है कि हमारा उद्देश्य पात्र स्टूडेंट्स पर योजना का लाभ मिल सके.


जानें कैसे पकड़ा जा रहा घपला-


सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के सचिव समित शर्मा ने बताया कि, स्टूडेंट्स के आवेदन ऑनलाइन छात्रवृत्ति पोर्टल पर ई - मित्र कियोस्क के माध्यम से आधार आधारित बायोमेट्रिक पहचान के आधार पर करवाए जा रहे है.  जनाधार से मैच किए गए डाटा का मिलान आधार के डाटा से होने के बाद ही आवेदन किए किए जा रहे है. विद्यार्थियों के जाति प्रमाण, मूल निवास का विवरण दस्तावेज जारीकर्ता एजेंसी के डेटाबेस से वेब सर्विस के माध्यम से प्राप्त कर सिस्टम के जरिए सत्यापित किया जा रहा है.  शैक्षणिक दस्तावेज जैसे 10वीं एवं 12वीं की मार्क शीट, राज ई- वॉल्ट या डीजी लॉकर से विवरण प्राप्त कर सिस्टम खुद सत्यापन किया जा रहा है,इसलिए ये गड़बड़ियां पकड़ी जा रही है.


5 हजार स्टूडेंट्स,163 संस्थाएं ब्लैकलिस्ट


इससे पहले सामाजिक न्याय विभाग ने स्टूडेंट्स और शिक्षण संस्थाओं पर ब्लैक लिस्टेड की कार्रवाई की. विभाग ने फर्जीवाड़ा करने वाले 5 हजार स्टूडेंट्स, 163 संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट किया था. वहीं 25 हजार स्टूडेंट्स की छात्रवृत्ति होल्ड कर दी गई है. अब ये शिक्षण संस्थाएं और छात्र- छात्राएं कभी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर सकते है.