Rajasthan News- राजस्थान में सोमवार से उपज की खरीद शुरू होगी. केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर सरसों और चना की खरीद की जाएगी. राज्य सरकार ने पहले ही पंजीयन शुरू कर दिया था.  इसके लिए राजफैड ने 10 हजार से अधिक खरीद केंद्र बनाए हैं, ताकि किसानों को बेचान में किसी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पडे.


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1040 खरीद केंद्र बनाए गए


सोमवार से नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत हो रही है, ऐसे में बहुत सी नई चीजें शुरू होगी. ऐसे में किसानों के लिए राहत भरी खबर है. 1 अप्रैल से राजस्थान में उपज की खरीद शुरू की जाएगी. इसके लिए सहकारिता विभाग की उपक्रम राजफैड ने खरीद की तैयारियां पूरी कर ली है.


 राजफैड सरसों और चने के उपज की खरीद करेगा. इसके लिए सरसों-चने के 520-520 कुल 1040 खरीद केन्द्र बनाए गए है. राज्य सरकार ने 22 मार्च से किसानों के लिए ऑनलाइन पंजीयन शुरू कर दिया था. केंद्र सरकार ने राज्य को चना खरीद के लिए 4.52 लाख मीट्रिक टन और सरसों के लिए 14.58 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य दिया है. वहीं केंद्र सरकार सरसों का समर्थन मूल्य 5650,चने का 5440 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है.किसान ईमित्र पर सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक अपना पंजीयन करवा सकते हैं.


किसान सभी दस्तावेजों का जरूर ध्यान रखें 


राजफैड ने पंजीयन प्रक्रिया के संबंध में विशेष दिशा-निर्देश जारी किए है. किसान को जनाधार कार्ड, गिरदावरी और बैंक पासबुक की प्रति पंजीयन फार्म के साथ अपलोड करनी होगी. इसके अलावा आधार आधारित बायोमैट्रिक से पंजीयन करवाना जरूरी होगा. सभी किसान अपना मोबाइल नंबर आधार से लिंक करालें, जिससे किसानों को समय रहते तुलाई तारीख की सूचना प्राप्त हो सके. साथ ही किसान जनाधार कार्ड में अपने बैंक खाते के नंबर को जरूर जुड़वा ले. जिससे उससे किसी भी लेन - देन को लेकर परेशानी न उठानी पड़े. 


राजफैड़ के जरिए हेल्पलाइन नंबर जारी


किसानों को ये ध्यान में रखना होगा कि एक जनाधार कार्ड पर एक ही पंजीयन मान्य होगा. वह एक मोबाइल नंबर पर एक ही पंजीयन दर्ज करा सकेंगे. जिस क्षेत्र में किसान की कृषि भूमि है उसी तहसील के कार्य क्षेत्र में आने वाले क्रय केन्द्र का चयन कर पंजीयन करवा सकेंगे, यदि किसान या ई-मित्र के जरिए गलत तहसील भरकर पंजीयन कराया जाता है तो, ऐसे में किसानों से जिन्स क्रय करना संभव नहीं होगा. यदि ई-मित्र से गलत पंजीयन या तहसील से बाहर पंजीयन किये जाते है तो ऐसे ई-मित्र के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.किसानों की समस्या के समाधान के लिए राजफैड द्वारा हेल्पलाइन नंबर 18001806001 जारी किया है.