Rajasthan News: उत्कर्ष कोचिंग सेंटर के 19 ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई रविवार को खत्म हो गई है. आयकर विभाग ने चार दिन की कार्रवाई में 2 लाख के आभूषण और 10 लाख रुपये की नकदी जब्त की. उत्कर्ष कोचिंग का 130 करोड़ का रिकॉर्ड का हिसाब नहीं मिला. आयकर विभाग ने सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं. विभाग अब आगे की कार्रवाई करेगा.


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इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज में रिकॉर्ड का घपला



विभाग को कोचिंग सेंटर के ठिकानों पर एक सर्वर हाथ लगा है. जिसमें केंद्र में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की फीस का ब्यौरा है. अब तक की जांच में पता चला है कि सेंटर संचालक ने बीते 4 साल में कोचिंग लेने वाले स्टूडेन्ट्स को फीस में 130 करोड़ रुपए से ज्यादा की छूट दी.



हालांकि बताया जाता है कि छूट की आड़ में संचालक ने स्टूडेन्ट्स से नकदी में भारी रकम प्राप्त की है. इसमें करोड़ों रुपये की गड़बड़ी के सबूत सामने आ चुके हैं.



विभाग की अन्वेषण शाखा की महानिदेशक रेणू अमिताभ और निदेशक अवधेश कुमार के निर्देशन और अतिरिक्त निदेशक डॉक्टर. संग्राम रमेश जगदाले के नेतृत्व में विभाग की डेढ़ दर्जन टीमों ने तीन राज्यों में 19 ठिकानों पर 2 जनवरी को छापे मार कार्रवाई की थी. इनमें जोधपुर के 16 और जयपुर, इंदौर-प्रयागराज के एक-एक ठिकाने शामिल हैं.



स्टूडेंट्स की फीस का रिकॉर्ड नहीं दिखाया



विभाग की जांच में बच्चों की फीस और किस कोर्स में कितने स्टूडेंट्स हैं, इसका रिकॉर्ड नहीं मिला है. ऑनलाइन कोर्स को इतने सस्ते दाम पर बेचा गया जिससे उसको लेने वालों की संख्या और उससे आना वाला पैसा काफी बड़ा हो गया. इसके रिकॉर्ड को भी छिपाया गया.



सूत्रों के अनुसार आयकर अधिकारियों की जांच पड़ताल में पता चला है कि समूह ने बड़ी मात्रा में स्टूडेंट्स से नकद में ली फीस का कोई रिकॉर्ड में नहीं दिखाया गया. इतना ही नहीं, समूह के ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लासेज कोर्सेज में कुल कितने स्टूडेंट्स है, उनकी संख्या में भी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है.