Jaipur News: जल जीवन मिशन और दूसरी पेयजल योजनाओं ने फर्जीवाड़ा करने वाली गणपति ट्यूबवेल फर्म पर अब तक पूरी तरह से शिकंजा नहीं कसा जा सका है. दो महीने से फर्म के खिलाफ ना तो एफआई दर्ज है और ना ही फरार फर्म मालिक महेश मित्तल की गिरफ्तारी हो पाई है. 


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महेश मित्तल दो महीने से चल रहा फरार 
एसीबी ने दो महीने पहले पोलो विक्ट्री होटल पर श्रीश्याम फर्म के मालिक पदमचंद जैन को रिश्वते देते हुए गिरफ्तार किया था. वहीं, रिश्वत लेने वाले एक्सईएन मायालाल सैनी समेत तीन इंजीनियर्स को भी दबोचा था लेकिन गणपति ट्यूबवेल फर्म के मालिक महेश मित्तल दो महीने बाद भी फरार चल रहा है. अब तक महेश मित्तल एसीबी की गिरफ्त में नहीं आया है.


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वहीं, दूसरी तरफ जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय सिंह राठौड़ ने खो नागोरियान में फर्जी प्रमाण पत्र लगाने को लेकर गणपति फर्म के खिलाफ बजाज नगर थाने में शिकायत दी थी, लेकिन बजाज नगर सीआई ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई. 


900 करोड़ के टैंडर 
गणपति और श्रीश्याम ट्यूबवेल फर्म ने फर्जी प्रमाण पत्र से 900 करोड़ के टैंडर हासिल किए थे, जिसके बाद विभाग ने 5 अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर कई टैंडर निरस्त किए थे, लेकिन जयपुर रीजन से बाहर अभी और जगहों पर भी टैंडर निरस्त करने बाकी है.


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