Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव का रण जारी है. पहले चरण की सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग में अब मात्र एक सप्ताह का समय बचा है. इस बीच लोकसभा की 25 सीटों पर इस बार संत-महंतों की दावेदारी कम है. केवल सीकर और भरतपुर लोकसभा सीट से 2 संत ही चुनावी मैदान में हैं. हालांकि सम्पत्तियों के मामले में तुलना करें तो संतों की संपत्ति गृहस्थ प्रतिनिधियों से किसी भी मायने में कम नहीं है. 


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कहावत है, 'संतन को कहा, सीकरी सो काम, आवत जात पनहिया टूटी, बिसरिय गयो हरि नाम'. यानी संत-महंत मोह माया से दूर रहते हैं और उन्हें सत्ता से कोई मतलब नहीं रहता लेकिन वर्तमान राजनीति में संत-महंत न केवल आम जनमानस के हितों को प्रभावित करने वाली सक्रिय राजनीति कर रहे हैं, बल्कि आमदनी और खर्चे के मामले में भी पीछे नहीं हैं. 


राजस्थान में विधानसभा चुनाव में जहां आधा दर्जन संत-महंतों ने चुनाव लड़ा था, वहीं लोकसभा चुनाव में इस बार संत-महंत प्रत्याशियों की संख्या अपेक्षाकृत रूप से कम है. भाजपा के प्रत्याशियों में जहां सीकर सीट से सुमेधानंद सरस्वती चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने किसी भी संत-महंत को टिकट नहीं दिया है. हालांकि भरतपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में एक संत चुनाव लड़ रहे हैं. देखा जाए तो आर्थिक मोर्चे पर संत-महंत अन्य प्रत्याशियों से पीछे नहीं हैं. लोकसभा और विधानसभा चुनावों में लड़ चुके संत एक तरफ जहां महंगे वाहन रखते हैं, तो उनके पास ज्वैलरी भी है. 


लोकसभा प्रत्याशियों में संत-महंतों की सम्पत्ति


सीकर सीट से भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती मैदान में हैं. 
दर्शन आचार्य उपाधि प्राप्त सुमेधानंद के पास 62 लाख 80 हजार चल सम्पत्ति है. 
एक गौशाला सहित करीब 27 लाख रुपये उधारी दिए हुए
26 लाख 68 हजार मूल्य की इनोवा क्रिस्टा के हैं मालिक
कैनरा बैंक से 9 लाख 12 हजार रुपये का वाहन लोन लिया हुआ
इसके अलावा कई लोगों से करीब 38 लाख रुपये उधार लिए हुए
बैंक लोन को मिलाकर स्वामी सुमेधानंद सरस्वती पर 47 लाख रुपये की उधारी है. 


भरतपुर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ रहे पुरुषोत्तम लाल
मैथ्स और कैमिस्ट्री में एमएससी कर चुके हैं संत पुरुषोत्तम
बाबा पुरुषोत्तम के पास 2 लाख 84 हजार रुपये मूल्य का एक ट्रैक्टर
रूपवास आश्रम के महंत पुरुषोत्तम की 8 लाख 71 हजार अचल सम्पत्ति
हालांकि बाबा पुरुषोत्तम पर 2 लाख 20 हजार रुपये का कर्ज भी है. 


विधानसभा चुनाव में संत-महंतों में पोकरण के विधायक महंत प्रतापपुरी की संपत्ति सबसे अधिक है. महंत प्रतापपुरी और महंत बाल मुकुंद आचार्य की संपत्ति करोड़ों में है. हालांकि महंत बालकनाथ की सम्पत्ति अपेक्षाकृत रूप से कम है. 


संत विधायकों की सम्पत्ति
महंत बालकनाथ, तिजारा से विधायक और उच्च माध्यमिक शिक्षित
चल सम्पत्ति 13 लाख 80 हजार, बाबा मस्तनाथ मठ, अस्थल बोहर, रोहतक के महंत


महंत बालमुकुंद आचार्य, हवामहल से विधायक, साक्षर हाथोज धाम के महंत
37 लाख रुपये मूल्य की 3 गाड़ियां, विर्टस, स्कॉर्पियो और इनोवा
खुद के पास 82500 मूल्य का सोना, पत्नी के पास 10 लाख 73 हजार की ज्वैलरी
करीब 71 लाख मूल्य की चल सम्पत्ति
6.50 लाख मूल्य की चल सम्पत्ति, करीब 20 लाख की उधारी भी


पोकरण से विधायक महंत प्रताप पुरी हैं 10वीं उत्तीर्ण
एक स्कॉर्पियो और 11 तोला सोना, करीब 170 बीघा जमीन भी
75 लाख 18 हजार की चल सम्पत्ति
2 करोड़ 64 लाख रुपये मूल्य की अचल सम्पत्तियां भी