राजस्थान: खान विभाग ने भरा सरकार का खजाना, अब तक 3420 करोड़ का राजस्व किया अर्जित
Jaipur: राज्य का माइंस विभाग सरकार का खजाना भर रहा है. इस साल 18 अक्टूबर तक विभाग ने 3420 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 463 करोड़ रुपए से भी अधिक है.
Jaipur: राज्य का माइंस विभाग सरकार का खजाना भर रहा है. इस साल 18 अक्टूबर तक विभाग ने 3420 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 463 करोड़ रुपए से भी अधिक है. वहीं विभागीय बकाया और ब्याज माफी की एमनेस्टी योजना 2022 में 141 प्रकरणों में 21 करोड़ 85 लाख रुपए की वसूली हो गई हैं. एसीएस माइंस ने खनिज विभाग में जीरो रिमाइण्डर सिस्टम विकसित करने के निर्देश दिए हैं.
माइंस विभाग की मासिक रिव्यू बैठक
एसीएस माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल शुक्रवार को सचिवालय में वर्चुअली माइंस विभाग की मासिक रिव्यू बैठक ली. उन्होंने बताया कि विभागीय बकाया और ब्याजमाफी योजना, 2022 अप्रधान खनिजों में खनन पट्टों, क्वारी लाइसेंसों, बजरी हेतु जारी अस्थाई कार्यानुमति के डेडरेंट, अधिशुल्क, अधिक अधिशुल्क, शास्ति, आरसीसी, ईआरसीसी ठेकों की बकाया, परमिट, एसटीपी एवं निर्माण विभाग के ठेकेदारों की बकाया व अन्य विभागीय बकाया के 31 मार्च, 2021 तक के प्रकरणों पर लागू की गई है.
अब तक 3420 करोड़ का राजस्व किया अर्जित
योजना में ब्याजमाफी के साथ ही बकाया अवधि के अनुसार अलग-अलग स्लेब में मूल राषि में भी अधिकतम 90 प्रतिशत और कम से कम 40 प्रतिशत तक की राहत दी गई है. जिन बकायादारों में केवल ब्याजराशि बकाया है उन प्रकरणों में समस्त ब्याज राशि संबंधित खनि अभियंता और सहायक खनि अभियंता द्वारा स्वतः माफ करने के निर्देश दिए गए हैं. बकाया व ब्याजमाफी योजना 29 अगस्त को आदेश जारी कर 6 माह के लिए लागू की है.
12 प्रकरणों में एक करोड़ 91 लाख की वसूली
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि एमनेस्टी योजना में जोधपुर सर्कल में सर्वाधिक 57 प्रकरणों में 16 करोड़ 18 लाख, भीलवाडा सर्कल में 5 प्रकरणों में 3 करोड़ 10 लाख, जयपुर सर्कल में 12 प्रकरणों में एक करोड़ 91 लाख की वसूली हुई है. उन्होंने एमनेस्टी योजना के सभी प्रकरणों में संबंधित से संवाद कायम कर योजना का लाभ उठाते हुए बकाया राशि जमा कराने को प्रेरित करने निर्देश दिए हैं.
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने राजस्व वसूली पर बताया कि विभाग द्वारा 18 अक्टूबर तक 3420 करोड़ 82 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है जो कि गत वर्ष के अक्टूबर माह के 2957.72 करोड़ की तुलना में 463 करोड़ रु. अधिक है. राजस्व अर्जित करने में बीकानेर वृत आगे रहा हैं वहीं एमई एएमई कार्यालयों में टोंक एएमई ने लक्ष्यों के विरुद्ध 169 प्रतिशत उपलब्धि अर्जित की है. बीकानेर, बारां, जैसलमेर, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर, राजसमंद प्रथम, बिजौलिया और जयपुर ने लक्ष्यों के विरुद्ध सौ प्रतिशत से भी अधिक उपलब्धि हासिल की है.
बकाया प्रकरणों के बारे में पीपीटी के माध्यम से दी जानकारी
निदेशक माइंस प्रदीप गंवाडे ने विभाग की राजस्व वसूली, एमनेस्टी योजना की प्रगति, बकाया प्रकरणों आदि के बारे में पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी. उप सचिव नीतू बारुपाल ने बकाया प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण को कहा. रिव्यू बैठक में विभागीय जांच, लोकायुक्त, न्यायालय के प्रकरणों, के प्राथमिकता से निस्तारण और विधानसभा प्रश्नों , आश्वासनों आदि के शीघ्र निस्तारण पर जोर दिया.