जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में जयपुर के इन 4 लोगों की मौत, हमले का शिकार हुए मासूम का 24 जून को था दूसरा जन्मदिन
Rajasthan News: आतंकी हमले में चौमूं के एक दंपति की मौत हो गई. वहीं मुरलीपुरा चरण नदी निवासी एक व्यक्ति गंभीर घायल हो गया और उसकी पत्नी व बेटे की दर्दनाक मौत हो गई.
Rajasthan News: जम्मू कश्मीर के रियासी में श्रद्धालुओं की बस पर हुए आतंकी हमले में जयपुर के चार लोगों की मौत हो गई. वहीं एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. जैसे ही मृतकों के जयपुर में रहने वाले परिवार के सदस्यों को आतंकी हमले में परिवार के चार सदस्यों के मारे जाने की सूचना मिली तो घर में कोहराम मच गया.
आतंकी हमले में चौमूं के एक दंपति की मौत हो गई. वहीं मुरलीपुरा चरण नदी निवासी एक व्यक्ति गंभीर घायल हो गया और उसकी पत्नी व बेटे की दर्दनाक मौत हो गई. आतंकी हमले में घायल हुए व्यक्ति का इलाज जारी है. वही मृतकों के शवों को जयपुर लाने की कवायद की जा रही है.
जयपुर के मुरलीपुरा और चौमूं से दो परिवार वैष्णो देवी दर्शन करने के लिए 6 जून को निकले और 11 जून को उन्हें दर्शन कर वापस लौटना था लेकिन वह लौटते उससे पहले उनकी मौत और गंभीर घायल होने की खबर घर पहुंची. आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में श्रद्धालुओं से भरी बस पर फायरिंग की जिसके चलते बस खाई में गिर गई और उसमें 10 लोगों की मौत हो गई, जिसमें से चार लोग जयपुर के रहने वाले थे.
चौमूं निवासी राजेंद्र प्रसाद सैनी और ममता सैनी की मौत की खबर जैसे ही परिजनों को पता चली तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया. वहीं मुरलीपुरा निवासी पवन सैनी आतंकी हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया, लेकिन पवन की पत्नी पूजा सैनी और 1 साल के मासूम टीटू उर्फ लिवांश की आतंकी हमले के चलते दर्दनाक मौत हो गई. जैसे ही यह खबर परिवार के सदस्यों को मिली तो उन्हें गहरा धक्का लगा लेकिन खुद को संभालते हुए परिवार में मौजूद महिलाओं को इसकी जानकारी नहीं दी गई.
आतंकी हमले में गंभीर घायल हुए पवन का ससुराल चौमूं में स्थित है और वह ससुराल पक्ष के राजेंद्र प्रसाद सैनी व ममता सैनी के साथ अपनी पत्नी पूजा व बेटे लिवांश को लेकर वैष्णो देवी दर्शन के लिए गया था. आतंकियों की कायराना हरकत के चलते काल के मुंह में समाए मासूम लिवांश का 24 जून को दूसरा जन्मदिन था. लिवांश के दूसरे जन्मदिन से पहले परिवार वैष्णो देवी दर्शन करने गया था और वहां से लौटने के बाद 24 जून को बड़ा आयोजन करने का कार्यक्रम था. पूरा परिवार लिवांश के दूसरे जन्मदिन के आयोजन की तैयारी कर रहा था और खुशी का माहौल था लेकिन जैसे ही लिवांश और उसकी मां पूजा की मौत की खबर घर पहुंची हर कोई सन्न रह गया और पूरे घर में मातम पसर गया.
वहीं पूजा के मायके पक्ष के राजेंद्र प्रसाद सैनी और ममता सैनी की मौत की खबर सुन सबको दोहरा आघात पहुंचा. पीड़ित परिवार के सदस्यों ने प्रशासन से अपील करते हुए मृतकों के शवों को जल्द से जल्द जयपुर लाने और आर्थिक सहायता देने की मांग की है.
जिस वक्त नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे उस वक्त आतंकियों ने इस कायराना हरकत को अंजाम दिया. जम्मू कश्मीर के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब आतंकियों ने पर्यटकों को अपना निशाना बनाया है. अब देखना होगा कि आतंकियों को कितना जल्द सबक सिखाया जाता है.