Rajasthan News: सब्जियों के दाम तो सातवें आसमान पर हैं, मगर अब दालों की महंगाई ने आम आदमी को परेशान करना शुरू कर दिया है. ऐसे में राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है. राज्य सरकार अब राशन की दुकानों पर भारत चना दाल बेचने की प्लानिंग कर रही हैं. इसको लेकर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने एसओपी भी जारी की हैं.


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यदि सबकुछ ठीक रहा तो राशन की दुकानों पर जल्द ही 60 रूपए किलो में भारत दाल मिलेगी. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली है. दालों की बढ़ती कीमतों से परेशान आमजन को राहत देने के मकसद से केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही भारत दाल योजना के तहत प्रदेश में भी राशन की दुकानों पर रियायती दरों पर बेचने की प्लानिंग हैं. 



खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा प्रदेशभर में दालों की आसमान छूती कीमतों को स्थिर करने और उपभोक्ताओं को सस्ती कीमत पर दाल की उपलब्धता सुनिश्चित करने और राशन डीलर्स की आय में इजाफा करने के मकसद से प्रदेश में भारत दाल योजना शुरू की जाएगी.



राशन दुकानों पर चना दाल का 1 किलो का पैकेट 60 रुपए प्रति किलो और 30 किलो का पैकेट 55 रुपए प्रति किलो की दर से आम लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा.गौरतलब है कि वर्तमान में खुले बाजार में चने दाल की कीमत करीब 90 से 95 रुपए प्रति किलो हैं,लेकिन इस योजना के तहत राशन दुकानों पर अधिकतम 60 रुपए प्रतिकिलो की दर से मिलेगी.



खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने बताया की राजस्थान राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा मांग के आधार पर खाद्य विभाग के माध्यम से भारत सरकार से चना दाल का आवंटन प्राप्त किया जाएगा. इसके बाद ई टेंडर या खुला टेंडर जारी कर चना दाल मिलर कम परिवहनकर्ता की नियुक्ति की जाएगी. 



टेंडर जारी कर चना दाल मिलर कम परिवहनकर्ता की नियुक्ति की जाएगी. केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित गोदामों से चने का उठाव कर बिलिंग के बाद खाद्य आपूर्ति निगम के माध्यम से मांग के अनुसार उपलब्ध करवाया जाएगा. राशन दुकानों से बिकने वाली दाल का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा.


प्रदेश की भौगोलिक स्थिति और परिवहन व्यय में भित्रता होने के कारण केंद्र सरकार की एसओपी के अनुसार जिस मिलर द्वारा चना दाल की आपूर्ति की जाएगी.उसे प्रति किलो 4 से 5 रुपए प्रति किलो खुदरा मार्जिन दिया जाएगा. 


इस योजना के तहत डीएसओ द्वारा चने दाल की मांग के अनुसार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम को सूचित किया जाएगा और राशन दुकानों पर भारत दाल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. इसके लिए जो राशन डीलर चना दाल बेचना चाहे, ऐसे इच्छुक राशन डीलरों के नाम मांगे गए हैं.


बहरहाल, बारिश का मौसम आते ही पहले हरी सब्जी महंगी हुई. अब दालों के भाव बढ़ने लगे हैं. ऐसे में लोगों के किचन का बजट बिगड़ने लगा है. जैसे ही सब्जियों के दाम बढ़ते हैं, लोग दाल, छोले, राजमा आदि पर शिफ्ट कर जाते हैं. 


स्थिति यह है कि सबसे सस्ती मिलने वाली चने की दाल भी 120 रुपए किलो तक पहुंच गई है. हर साल जुलाई और अगस्त में चने के रेट बढ़ते हैं. चने की फसल हर साल मार्च और अप्रैल में कटती है. उस समय नई फसल आने से शुरुआत में इसका भाव कम होता है. लेकिन बाद में धीरे-धीरे यह चढ़ने लगता है.