PHED में सरकार ने 2 साल में 6 IAS अफसर लगाए, JJM की रैंकिंग में एक भी पायदान का सुधार नहीं,ये 5 जिले सबसे फिसड्डी
Rajasthan News: मरुधरा के जल जीवन मिशन की 2 साल में एक भी रैंकिंग का सुधार नहीं हो पाया है. 2022 के बाद से ही राजस्थान पश्चिम बंगाल के बाद देश में सबसे फिसड्डी पायदान पर है.
Rajasthan News: राजस्थान में जल जीवन मिशन के इतने बिगड़े हालात हैं कि 2 साल से एक भी रैंकिंग का सुधार नहीं हो पाया. राज्य देश में पानी पिलाने वाले मिशन में फिसड्डी साबित हो रहे हैं.
एक रैंक तो सुधर गई होती
मरुधरा के जल जीवन मिशन की 2 साल में एक भी रैंकिंग का सुधार नहीं हो पाया है. 2022 के बाद से ही राजस्थान पश्चिम बंगाल के बाद देश में सबसे फिसड्डी 32 वें पायदान पर है. एक समय में राजस्थान उत्तर प्रदेश से आगे था,लेकिन यूपी में अब तक 85 प्रतिशत कनेक्शन हो गए है, जबकि JJM के शुरुआत में यूपी में मात्र 1 प्रतिशत ही कनेक्शन थे.
वहीं दूसरी और राजस्थान की गांव ढाणियों में तो 11 प्रतिशत तक कनेक्शन पहले से ही थे. 2021-22 में कुछ दिनों के लिए जरूर मात्र एक रैंकिंग का इजाफा हुआ था, लेकिन इसके बाद से तो राजस्थान JJM में 32 वें पायदान से टस से मस नहीं हुआ. राजस्थान में 53 प्रतिशत ही कनेक्शन हो पाए.
IAS बदले,लेकिन नहीं बदले हालात
PHED में पिछले 2 साल में सरकार ने 6 IAS अफसरों को विभाग और JJM की कमान दी,लेकिन दो सालों में एक भी पायदान का सुधार नहीं हुआ. 2022 में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल,उसके बाद सचिव समित शर्मा को जलदाय विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन हालात नहीं सुधरे. अब कुछ दिन पहले प्रमुख सचिव भास्कर ए सावंत को जिम्मेदारी दी है, लेकिन ज्यादा कुछ हलचल जल जीवन मिशन में देखी नहीं गई है.
वहीं जल जीवन मिशन के लिए अलग से एमडी IAS अधिकारी को लगाया. जिसमें अविचल चतुर्वेदी,प्रमोटी आईएएस बचनेश कुमार अग्रवाल को लगाया,लेकिन फिर भी रैंकिंग में एक पायदान का सुधार नहीं हुआ. विभाग में काम करने के लिए इंजीनियर्स की लंबी चौड़ी फौज है, लेकिन हालात सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे. हाल ही में JJM एमडी की जिम्मेदारी युवा IAS अफसर कमर उल जमान चौधरी को दी है. युवा IAS से सरकार को उम्मीदें है.
इन में 100 फीसदी JJM-
गोवा,अंडमान-निकोबार,दादरा नागर हवेली-दमनदीव,हरियाणा,तेलंगाना,पांडुचेरी,गुजरात,पंजाब,हिमाचल,अरुणाचल प्रदेश,मिजोरम में जल जीवन मिशन का काम 100 प्रतिशत तक पूरा हो गया है. वहीं उत्तराखंड,बिहार,लद्दाग,नागालैंड,लक्ष्यदीप में 95 प्रतिशत से ज्यादा कनेक्शन हो गए है.
जिले का नाम |
कितने कनेक्शन हुए |
बाड़मेर |
15% |
डीग |
23% |
बांसवाड़ा |
29% |
डूंगरपुर |
28% |
चित्तौड़गढ़ |
28% |
राजस्थान में मार्च 2024 तक 1,07,23,212 कनेक्शन करने थे,लेकिन अब तक सिर्फ 53.45 फीसदी यानि 57,32,003 कनेक्शन हो पाए है.अभी भी राज्य में 47 प्रतिशत कनेक्शन बाकी है.जबकि केंद्र सरकार से जल जीवन मिशन का एक्सटेंशन नहीं मिल पाया है.सिर्फ पुराने स्वीकृतियों के आधार पर ही जल जीवन मिशन का काम राजस्थान में हो रहा है.