Rajasthan News: विवेकानंद जयंती को उपलक्ष में शिक्षा  विभाग राजस्थान की तमाम सरकारी स्कूलों में उद्यमिता दिवस के रूप में मना रहा है,इसके साथ ही स्कूलों में बच्चों को कैरियर गाइडेंस देने के लिए कैरियर मिले भी आयोजित कर रहा है.लेकिन विभाग की यह पहल मॉनिटरिंग व सुपरविजन की कमी के कारण या यूं कहे कि शिक्षकों की लापरवाही के कारण महज खाना पूर्ति की भेंट चढ़ती नजर आ रही है.


 विवेकानंद जयंती में कैरियर मेला स्कूलों में आयोजित


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शिक्षा विभाग ने प्रदेश की तमाम स्कूलों में विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में करियर मेला आयोजित किया.छात्रों को भविष्य में आने वाली सब्जेक्ट सेलेक्शन व कॅरियर गाइडेंस जैसी समस्याओं के समाधान से अवगत करवाने के उद्देश्य से किया था.


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छात्र-छात्राओं को दसवीं के बाद किस तरह सब्जेक्ट सिलेक्शन करना है, और क्या-क्या सब्जेक्ट ऑप्शन उनके लिए उपलब्ध होंगे.किस प्रतिशत के परिणाम के अनुसार छात्र अपने लिए दसवीं कक्षा के बाद कौन-कौन से सब्जेक्ट सेलेक्ट कर सकते हैं.इन सब की जानकारी देने के उद्देश्य से करियर मेला आयोजित करने का फैसला लिया गया था.लेकिन विभाग के अधिकारियों के आदेशों पर स्कूलों में शिक्षको है खानापूर्ति कर का मेला आयोजित कर दिया. आखिर ये कैरियर मेला क्यों उतना कारगर साबित नहीं हो पा रहा जितनी इसको लेकर योजना बनाई गई थी. कहां ढील की गई है? कौन इसका जिम्मेदार है.


ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं. क्या शिक्षक बस दोषी है. या विभाग ये बड़े अधिकारी भी. हालांकि यदि कैरियर मेले के माध्यम से सरकार छात्रों की उनके स्ट्रीम के अनुसार काउंसलिंग करके सही गाइडेंस देगी तो ये आने वाले दिनों में बेहतर साबित होगी.


Reporter- Dinesh Tiwari


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