Rajasthan News: केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के आह्वान पर देशभर में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत हो गई है. 1 से 31 जनवरी तक महीनेभर सड़क सुरक्षा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. पहले दिन जयपुर में डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने आमजन को समझाइश कर सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत की. 


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1 से 31 जनवरी तक राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया जा रहा है. इस बार 'परवाह' थीम के साथ सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जाएगा. जिला स्तर पर विभिन्न स्टेक होल्डर्स विभागों द्वारा अलग-अलग जागरुकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.


पिछले दिनों में जयपुर के भांकरोटा में हुई गंभीर दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी विभागों की बैठक लेते हुए दुर्घटनाएं रोकने के लिए समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए थे. उन्होंने 6E रणनीति के तहत समन्वित प्रयास करने को कहा है. इसके तहत एजुकेशन, इंजीनियरिंग, एन्फोर्समेंट, इमरजेंसी केयर, एवैल्युएशन और एंगेजमेंट को अपनाया जाएगा.


जिला कलेक्टर स्तर से अभियान की मॉनिटरिंग की जाएगी। वहीं परिवहन विभाग अभियान को जन आंदोलन बनाने के लिए प्रयास करेगा. आमजन में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुकता लाने के प्रयास किए जाएंगे. साथ ही नियम उल्लंघनकर्ताओं पर सख्ती भी की जाएगी.


सड़क सुरक्षा माह में किसकी क्या जिम्मेदारी ?
जिला कलेक्टर अपने जिले में नेशनल या हाईवे के डाटा की समीक्षा करेंगे
सड़क दुर्घटनाओं, मृत्यु दर में 25 फीसदी कमी का लक्ष्य निर्धारित करेंगे
राजकीय व निजी कार्यालयों के कार्मिकों को ट्रैफिक नियम पालना के लिए पाबंद करेंगे
इंजीनियरिंग कॉलेजों के सहयोग से जिले की मुख्य सड़कों की ऑडिट कराएंगे
सभी विभागों को गतिविधियां आयोजित करने, वांछित सूचना संकलन कराएंगे
उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं, लोगों, गुड सेमेरिटन को सम्मानित करेंगे

परिवहन विभग की ओर से पूरे माह के दौरान सड़क सुरक्षा प्रदर्शनी, सड़क सुरक्षा मेले, क्विज, नुक्कड़ नाटक, पपेट शो, रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन सहित गुब्बारों व पतंगों के जरिए सड़क सुरक्षा का संदेश दिया जाएगा.


राज्य के सभी पेट्रोल पम्प, टोल प्लाजा, सार्वजनिक स्थलों जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड पर भी प्रचार-प्रसार सामग्री के माध्यम से जागरूक किया जाएगा. टोल प्लाजा से गुजरने वाले सभी मोटर वाहनों पर उचित गुणवत्ता वाले रिफ्लेक्टर्स लगाए जाएंगे.


परिवहन विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रम किए जाएंगे, इनमें जनप्रतिनिधि जुड़ेंगे
शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूल-कॉलेजों मे जागरुकता कार्यक्रम होंगे
यातायात नियमों के प्रति जागरुकता एवं विधिक जानकारी हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार
iRAD सिस्टम के आधार पर दुर्घटना संभावित स्थानों पर प्रभावी प्रवर्तन कार्रवाई
ओवर स्पीडिंग, नशे में वाहन चलाने वालों, गलत दिशा में चलाने वालों...
...नियमविरुद्ध मॉडीफाइड वाहन, भार वाहनों में यात्री परिवहन, ओवरलोडिंग..
...ओवरक्राउडिंग, अंडर एज ड्राइविंग, वाहन चलाते समय मोबाइल उपयोग..
अन्य विभिन्न गड़बड़ियों को लेकर की जाएगी जीरो टॉलरेंस के तहत कार्रवाई
- चिकित्सा विभाग के सहयोग से भारी वाहन चालकों की नेत्र जांच शिविर
भामाशाहों के सहयोग से नि:शुल्क चश्मों का किया जाएगा वितरण

सड़क सुरक्षा माह के दौरान परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस तो महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे ही, इसके साथ ही शिक्षा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के लिए भी जिम्मेदारियां तय की गई हैं. कुलमिलाकर परिवहन विभाग का प्रयास है कि प्रदेश में सड़क सुरक्षा को एक जन अभियान बनाया जाए, जिससे भांकरोटा अग्निकांड जैसे हादसे प्रदेश में रोके जा सकें.


यातायात पुलिस क्या करेगी?
यातायात नियमों के प्रति जागरुकता एवं विधिक जानकारी के लिए प्रचार-प्रसार
iRAD सिस्टम के आधार पर प्रभावी प्रवर्तन कार्रवाई ट्रैफिक पुलिस करेगी
पुलिस थानों में हिट एंड रन योजना, गुड सेमेरिटन्स गाइडलाइन का प्रचार-प्रसार
बाल वाहिनी चालकों, कंडक्टर्स, स्कूल-कॉलेज संचालकों के साथ समझाइश अभियान
पैदल यात्रियों को सुरक्षित तरीके से सड़क उपयोग करने के लिए समझाइश
आबकारी के सहयोग से राजमार्गों पर अवैध शराब दुकानों को हटवाना
सड़क सम्बंधी विभागों के सहयोग से राजमार्गों पर अनाधिकृत पार्किंग हटाना