Rajasthan news: राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियो के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा मंहगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में मिलता है.इससे पड़ोसी राज्यों से लगने राजस्थान के 270 पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं. गाड़ी ड्राइवर पड़ोसी राज्यों से सस्ता तेल भरवाकर ही राजस्थान में एंट्री करते हैं. वहीं, राजस्थान में कम तेल भरवाकर दूसरे राज्यों में जाकर भरवाते हैं. वेट विसंगति की मांग को लेकर कई बार सरकार के प्रतिनिधियों को अवगत कराया जा चुका है.इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई.


13 सितंबर को समयबद्ध हड़ताल की घोषणा 


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इसी मांग को लेकर राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन जयपुर के आह्वान पर 13 सितंबर को समयबद्ध हड़ताल की घोषणा की गई है.राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भाटी ने बताया की प्रदेश में वैट की दर पड़ोसी राज्यों के बराबर की जाए.उन्होंने कहा कि पिछले दिनों से राज्य सरकार को ज्ञापन दिए जाने और मिलने के लिए समय मांगे जाने के बावजूद सरकार की ओर से कोई सकारात्मक रुख नहीं अपनाया गया.ऐसे में हमें अपने इस फैसले पर कायम रहना होगा.


 32 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान होगा


इस दौरान ना सिर्फ बड़े वाहन चालकों को बल्कि दोपहिया वाहन चालकों के लिए भी काफी मुश्किलें उठानी पड सकती हैं.हालांकि इस हडताल के दौरान कंपनियों के कोको पंपों पर पेट्रोल-डीजल मिलता रहेगा.भाटी ने बताया की पेट्रोल-डीजल की बिक्री प्रभावित होने से सरकार को 32 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान होगा.


गौरतलब हैं की राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04 प्रतिशत और डीजल पर 19.30 फीसदी वैट वसूला जाता हैं.जबकि हरियाणा में पेट्रोल पर 18.20 फीसदी और डीजल पर 16 फीसदी वैट वसूला जाता हैं.


इसी तरह पंजाब में पेट्रोल पर 13.77 फीसदी और डीजल पर 09.92 फीसदी वैट, दिल्ली में पेट्रोल पर 19.40 फीसदी और डीजल पर 16.75 फीसदी वैट और गुजरात में पेट्रोल पर 13.70 फीसदी और डीजल पर 14.90 फीसदी वैट वसूला जाता हैं.


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