Rajasthan News: जलदाय विभाग में जलदाय सचिव डॉ.समित शर्मा के सुबह 4 बजे के विजिट के बाद अब सवाल ये बना हुआ है कि आखिरकार आईएएस अधिकारी को क्यों खुद सप्लाई चेक करनी पड़ी? क्यों इंजीनियर को तड़के चार बजे जगाना पड़ा.क्या इंजीनियर की लापरवाही जनता की प्यास पर भारी पड़ रही है?


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जयपुर की चारदीवारी में घर-घर पानी की सप्लाई जलदाय विभाग के कर्मचारी या इंजीनियर ने नहीं बल्कि आईएएस  ऑफिसर  डॉ. समित शर्मा ने चेक की. हमेशा से अपने कार्यशैली को लेकर चर्चाओं में रहने वाले आईएएस समित शर्मा ने कल (रविवार,21 अप्रैल) तड़के चार बजे विजिट किया. अब सब जगह चर्चा का विषय यह बना हुआ है कि आखिर आईएएस समित शर्मा को खुद सप्लाई चेक करने सुबह 4 बजे चारदीवारी क्यों जाना पड़ा.ऐसा इसलिए क्योंकि जलदाय विभाग के जिम्मेदार इंजीनियर नियमित सप्लाई चेक करने नहीं पहुंच रहे थे,जिसका नतीजा ये रहा है कि विजिट के दौरान अवैध कनेक्शन,अवैध बूस्टर और जगह जगह लीकेज मिले.


आईएएस ऑफिसर डॉ. समित शर्मा को अवैध कनेक्शन,अवैध बूस्टर और जगह जगह लीकेज इसलिए मिले क्योंकि चीफ इंजीनियर,एडिशनल चीफ ने सप्ताह में कोई निरीक्षण नहीं किया.अधीक्षण अभियंता ने सप्ताह में दो बार,अधिशासी अभियंता ने 3 बार,सहायक अभियंता ने चार बार और जईएन ने 6 बार पेयजल सप्लाई का विजिट नहीं किया.बकायदा सप्लाई जांचने के लिए जलदाय विभाग ने सकुर्लर भी जारी किया हुआ है,इसलिए समित शर्मा ने सुबह सवेरे इंजीनियर्स को जगाया और सच्चाई से अवगत करवाया.


फर्म और इंजीनियर्स को नोटिस थमाए-


अब लापरवाही हुई है तो कार्रवाई भी होगी.जलदाय सचिव के निरीक्षण के बाद फर्म-इंजीनियर्स पर गाज गिरना तय है. भू रत्नम  फर्म और चार इंजीनियर्स को 17 सीसीए का नोटिस थमाया गया है.खो नागोरियान में संचालन-संधारण में शर्तानुसार कर्मचारी नहीं पाए जाने भू रत्नम फर्म से जवाब मांगा गया है.वहीं एईएन अभय मीणा,जेईएन राशिन खान को नोटिस जारी किया है.दूसरी ओर चारदीवारी में सप्लाई के दौरान नदारद रहने वाले एईएन संदीप कुमार,कनिष्ठ अभियंता दीक्षा गोयल को कारण बताओ नोटिस दिए गए.


उच्च अफसरों को कार्रवाई से वंचित-


हालांकि अभी कार्रवाई से अधिशासी अभियंता,अधीक्षण अभियंता,अतिरिक्त मुख्य अभियंता और मुख्य अभियंता को वंचित रखकर चेतावनी दी गई है,लेकिन आगे जनता की प्यास के साथ खिलवाड़ होगा तो और इंजीनियर्स पर कार्रवाई हो सकती है.लेकिन सवाल ये है कि क्या जलदाय सचिव के विजिट के बाद सोए हुए इंजीनियर्स जाग जाएंगे?