SI Paper Leak Case:SI भर्ती परीक्षा–2021 पेपर लीक प्रकरण में SOG आरोपियों के खिलाफ तमाम एविडेंस पूरी बारीकी और मजबूती के साथ इकट्ठा कर रही है.मंगलवार को SOG ने SI भर्ती परीक्षा रीक्रिएट की और आरपीएससी से वही पेपर सेट मंगवाया जिसको पास करके गिरफ्तार आरोपी SI बने.न केवल SOG मुख्यालय में पुलिस रिमांड पर चल रहे आरोपी ट्रेनी SI से परीक्षा दिलवाई गई बल्कि जयपुर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी और किशनगढ़ स्थित पुलिस ट्रेनिंग केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे ट्रेनी SI की भी परीक्षा ली गई.


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कुल 705 ट्रेनी SI द्वारा परीक्षा दी गई. वहीं अनुपस्थित रहे अन्य ट्रेनी SI की भी जल्द परीक्षा कंडक्ट करवाई जाएगी.ट्रेनी SI द्वारा परीक्षा में जो परफॉर्मेंस दिया गया है और प्रतियोगी परीक्षा के दौरान उनके जो नंबर आए थे उन दोनों का आकलन कर एक रिपोर्ट बनाकर SOG की ओर से कोर्ट के सामने पेश की जाएगी.



ऐसा ही भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक प्रकरण में परीक्षा करी क्रिएट करने के लिए एडीजी से लेकर एडिशनल एसपी स्तर तक के सभी अधिकारी पूरी प्लानिंग के तहत RPA और PTC किशनगढ़ पहुंचे.खुद एडीजी वीके सिंह और डीआईजी परिस देशमुख ने शास्त्री नगर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी पहुंचकर करीब 605 ट्रेनी SI की परीक्षा ली.



वही किशनगढ़ स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में 85 ट्रेनी SI की परीक्षा लेने के लिए डीआईजी योगेश दाधीच और एडिशनल एसपी चिरंजी लाल पहुंचे.वहीं SOG की गिरफ्त में चल रहे 17 ट्रेनी SI की परीक्षा SOG मुख्यालय में एडिशनल एसपी राम सिंह और भवानी सिंह के द्वारा ली गई.परीक्षा के बाद जो परिणाम सामने आए हैं उसे SOG की ओर से एक मजबूत एविडेंस के तौर पर कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा.पूर्व पुलिस अधिकारी योगेंद्र जोशी का कहना है कि उन्होंने पूर्व में भी यह बात कही थी कि इन ट्रेनी SI कि यदि दोबारा से परीक्षा कंडक्ट कराई जाती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.



एसओजी द्वारा तमाम ट्रेनी SI की रिग्रेशन के दौरान जो परीक्षा दी गई उसके जो परिणाम आए हैं वह काफी चौंकाने वाले हैं.SOG द्वारा गिरफ्तार किए गए 17 ट्रेनी SI 20% सवाल भी हल नहीं कर पाए.वही 400 ट्रेनी SI 50% सवाल भी हल नहीं कर सके.परीक्षा के रीक्रियेशन के बाद यह चीज तो साफ हो चुकी है कि आरोपियों ने पेपर लीक और डमी कैंडिडेट के दम पर रिटर्न परीक्षा पास की.


पूर्व पुलिस अधिकारी योगेंद्र जोशी का कहना है कि एसओजी द्वारा परीक्षा को रीक्रिएट करने के बाद जो परिणाम सामने आए हैं उस आधार पर इस परीक्षा को रद्द कर सरकार द्वारा फिर से कराया जाना चाहिए.लाखों युवाओं के भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हुआ है उस पर सख्त एक्शन लेते हुए पेपर लीक माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आगे युवाओं के भविष्य के साथ इस तरह का खिलवाड़ ना हो.



एसओजी द्वारा लगातार प्रकरण में कार्रवाई जारी है और रोजाना नए व चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.देखना होगा कि इस पूरे प्रकरण में SOG बड़ी मछलियों तक कितना जल्द पहुंचती है.साथ ही ऐसे कई चेहरे हैं जो अभी परदे के पीछे हैं उन्हें कितना जल्द बेनकाब करती है.


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