Rajasthan News: राजस्थान में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 25 मई को 6461 आंगनबाड़ियों का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण उड़ान योजना के अंतर्गत सैनेटरी नेपकिन वितरण व्यवस्था का भौतिक सत्यापन किया गया. निरीक्षण के दौरान जिन आंगनबाड़ियों में अनियमितता की स्थिति में संबंधित कार्मिकों और अधिकारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. 


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महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि मुख्य सचिव सुधांश पंत के निर्देशों पर 25 मई को सभी जिलों के उप निदेशक, सीडीपीओ तथा महिला पर्यवेक्षक व महिला सुपरवाइजर को भौतिक सत्यापन के लिए निर्देशित किया गया था. राज्य के सभी जिलों में 25 मई को पांच-पांच आंगनबाड़ी केंद्रों का अवलोकन कर उड़ान योजना के अंतर्गत सैनेटरी नेपकिन वितरण व्यवस्था का भौतिक सत्यापन किया जाए. 


समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक पोषाहार के द्वारा पांच, उपनिदेशक आईईसी के द्वारा पांच, जेपीसी-4 के द्वारा पांच तथा जिलों में कार्यरत उपनिदेशकों के द्वारा 185, सीडीपीओ के द्वारा 692, महिला पर्यावेक्षकों के द्वारा 4693 और अन्य के द्वारा 47 आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया. कुल 5637 आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण भौतिक सत्यापन किया गया है. 


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शासन सचिव यादव ने बताया कि इसी प्रकार महिला अधिकारिता निदेशालय की ओर से भी उपनिदेशकों एवं सहायक निदेशकों, संरक्षण अधिकारी व सभी महिला सुपरवाइजर द्वारा जिला स्तर पर विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों व अन्य केन्द्रों का औचक निरिक्षण किया गया. जिसमें उपनिदेशकों एवं सहायक निदेशकों द्वारा 143, संरक्षण अधिकारी द्वारा 52 व महिला सुपरवाईजर द्वारा 619, कुल 824 केद्रों का निरिक्षण किया गया. 


शासन सचिव डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि कुल 6461 औचक निरीक्षण में जहां-जहां अनियमितता की रिपोर्ट प्राप्त हुई है. वहां संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला पर्यावेक्षक समेत अन्य संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.