JJM scam: जयपुर में एक बार फिर से मीडिया में  खबर दिखाने का दमदार असर हुआ है. 1 साल बाद जल जीवन मिशन घोटाले में बडी कार्रवाई हुई है. तिजारा विधायक महंत बालकनाथ की शिकायत पर विभाग ने एक्शन लिया है. बहरोड की श्रीराम पाइप कंपनी को 1 साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया है.घटिया कार्य करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई की निर्देश दिए है.लैब टेस्ट में.उत्तम पाइप और अरिहंत पाइप के सैपल फेल हुए थे,इन दोनों पाइप कंपनियों पर कार्रवाई नहीं हुई.


फैक्ट्री इंस्पेक्शन करने वाले इंजीनियर्स को बचाने का प्रयास


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 फैक्ट्री इंस्पेक्शन पर घटिया पाइपों को पास करने वालों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है? क्योंकि अब तक गडबडी करने वाले अभियंताओं पर गाज नहीं गिरी.जी राजस्थान ने ग्राउंड जीरो पर जाकर अलवर के मुंडिया,बसई कला मे अलवर के JJM घोटाले का खुलासा किया था.


इंजीनियर्स-फर्मों पर भी गिरनी है गाज


तत्कालीन SE केसी मीणा,SE सुनील गर्ग,EX.En नरेंद्र प्रसाद गुप्ता,EX.En राजेंद्र प्रसाद गुप्ता,EX.En मायालाल सैनी,राजीव कुमार,AEN रामकिशोर यादव,AEN बरकत खान,राजीव जैन,प्रवीण सैनी,सीताराम,JEN सुनील यादव,महेंद्र मवलिया,हिमानी गुप्ता नोटिस दिए गए.मैसर्स अंकित बोरिंग,जीतकौर,उमरदीन,रेड डायमंड फर्म को भी नोटिस दिए गए.जल्द ही इन पर गाज गिर सकती है.


 जल जीवन मिशन घोटाला


जल जीवन मिश  के जरिए प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में पीने का साफ पानी  हर घर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया था.  इसके लिए केंद्र सरकार ने  करोंडो का बजट तत्कालीन सरकार को दिया था. जिसमें से कुल बजट का आधा हिस्सा भी खर्च नहीं हुआ. बजट में भी केंद्र  - राज्य सरकार को आधा आधा  देना था.


 इस मिशन में घोटाले की बात सबसे पहले सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने की थी. उन्होंने जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था.  इसके लिए नियम कायदे और कानून को तोड़कर गणपति ट्यूबबेल कंपनी और श्री श्याम ट्यूबल कंपनी शाहपुरा को ठेका भी दिया गया. इन दोनों कंपनियों ने 1000 करोड़ रुपये का घोटाला किया.