Rajasthan Politics: जनगणना में देरी को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने केन्द्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाये हैं. सचिन पाटलट ने बयान देते हुए कहा कि बीजेपी सरकार की मंशा हमेशा आंकड़ों को दबाने की होती है. इस सरकार ने लगातार सारे आंकड़ों को जनता के सामने प्रस्तुत नहीं किया है, चाहे बेरोजगारी हो, भुखमरी के आंकड़े हों या गरीबी रेखा के आंकड़े हों.


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पायलट ने कहा कि हमारी कांग्रेस पार्टी हमेशा कास्ट सेंसस की बात करती है लेकिन भारत सरकार ने कास्ट सेंसस तो दूर गिनती करना ही बन्द कर दिया. उन्होंने कहा कि जो आंकड़े हमारे पास मौजूद हैं उसको भी प्रकाशित नहीं कर रहे हैं.



पायलट ने अपनी बात रखते हुए कहा, ''मैं चाहता हूं कि सरकार आंकड़ों का खेल नहीं खेले और जनता के सामने वास्तविक स्थिति प्रकट करने के लिए काम करे.''



उन्होंने कहा कि जनगणना आज से नहीं हो रही है. यह काम तो दशकों से हो रहा है, लेकिन जानबूझकर इसमें देरी की गई. पायलट ने कहा कि सरकार का अपनी नाकामी छिपाने के लिए यह बेस्ट तरीका है. पायलट ने कहा कि आंकड़े छुपाओ और बयान दो.



उन्होंने अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि सेंसस हो और जब तक टारगेट एलोकेशन नहीं होगा, नीति निर्धारण नहीं होगा...लोगों को कहां लाभ मिल रहा है इसका पता ही नहीं चलेगा. पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि बस आप (बीजेपी) अपनी सुविधा को देखकर बजट पेश करेंगे तो उसका लाभ लोगों को नहीं मिलता है.



जातिगत जनगणना की मांग पर कायम है कांग्रेस: सचिन पायलट



पायलट ने कहा कि एक टारगेटेड इंटरवेंशन के लिए कास्ट सेंसस जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर हमें पता ही नहीं पड़ेगा कि कितने लोग लाभ उठा चुके हैं और कितने उससे दूर हैं?. तो संसाधनों का समुचित वितरण कैसे हो सकेगा?